मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाली तंजीम मेरानी अपने पिता के साथ अनशन पर बैठी हैं. उन्होंने शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनकर आने के खिलाफ है। उन्होंने हिजाब को शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनकर आने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि स्कूल कॉलेजों में शिक्षा के लिए जाते न की धर्म प्रचार के लिए।
तंजीम मेरानी के साथ उनके पिता भी जयपुर में भी अनशन पर बैठे हैं। उनका कहना है कि तंजीम के खिलाफ कई फतवा जारी किया गया है। लेकिन डरने से बदलाव नहीं आएगा। उनका कहना है कि इसलिए वह अपनी बेटी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अनशन में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कल को कोई मुस्लिम लड़की कलेक्टर बन गई तो क्या वह बुर्का पहनकर कुर्सी पर बैठेगी।
बता दें कि,तंजीम मेरानी को “तिरंगा गर्ल” भी कहा जाता है। उन्होंने जम्मू कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। तंजीम मेरानी का कहना है कि वह शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा के लिए जाते हैं न कि धर्म प्रचार के लिए। इसलिए उन्होंने शिक्षण संस्थाओं में हिजाब पर बैन लगाने की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि उनके खिलाफ फतवा भी जारी किया और धमकियां भी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद शिक्षण संस्थाओं में पूर्ण बुर्का प्रतिबंध, नागरिक संशोधन कानून और समान नागरिक संहिता लागू होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
बता दें कि, पिछले माह 24 जनवरी को असम की राजनीति दल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के मुखिया बदरुद्दीन अजलम ने कहा था कि आईएएस ,आईपीएस और डॉक्टर पेशे से जुड़ी मुस्लिम महिलाएं हिजाब पहने। उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम लड़कियों और महिलाओं को हिजाब पहनना या अपना बाल ढंकना नहीं आएगा तो उनकी पहचान कैसे होगी की वे मुस्लिम हैं। उन्होंने कहा था कि शहरों में देखा जाता है कि मुस्लिम लड़कियां या महिलाएं जो पेशे डॉक्टर या अधिकारी है तो हिजाब नहीं पहनती हैं। वहीं, हिजाब विवाद नया नहीं बल्कि यह विवाद पुराना है। कर्नाटक के शिक्षा संस्थानों में हिजाब पर बैन लगा गया है।
ये भी पढ़ें
सत्ता परिवर्तन के बाद विभागों का बंटवारा, नीतीश ने संभाला गृह, सम्राट वित्त
हिम्मत है तो बनारस में BJP को हरा कर दिखाओ, ममता का कांग्रेस तीखा हमला