27 C
Mumbai
Friday, September 20, 2024
होमधर्म संस्कृतिविशालगढ़ ​किला पर बने 90 से अधिक अवैध निर्माण ​हुए​ जमींदोज़​!

विशालगढ़ ​किला पर बने 90 से अधिक अवैध निर्माण ​हुए​ जमींदोज़​!

पिछले कुछ दिनों से विशालगढ़ के इस मुक्तिसंग्राम के लिए ​बड़ी​ संख्या में ​युवकों​ भाग​ लिया था। अब इस आंदोलन ​बाद​ कोल्हापुर जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। ​

Google News Follow

Related

महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज के विशालगढ़ ​किला​ पर अतिक्रमण कर अवैध मस्जिद के साथ कई ​निर्माण​ किये गए थे। महाराष्ट्र में शिवप्रेमी हिन्दुओं ने इसका ​तीव्र​ विरोध करते हुए सरकार से इस ​अतिक्रमण​ को ​यथाशीघ्र हटाने की कई बार मांग भी रखी थी। सरकार से इस​ मांग को ​नजरअंदाज करने पर ​सकल हिन्दू समाज ने आंदोलन के माध्यम से इस पर ध्यान आकर्षित किया था। जिस​ पर महराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अवैध निर्माण को हटाने का आश्वासन भी दिया था।

पिछले कुछ दिनों से विशालगढ़ के इस मुक्तिसंग्राम के लिए ​बड़ी​ संख्या में ​युवकों​ भाग​ लिया था। अब इस आंदोलन ​बाद​ कोल्हापुर जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। ​जिला​ प्रशासन की ओर से किले पर बने अवैध निर्माणों को दो दिन ​में​ जमींदोज किया गया। बताया जा रहा है की यहां 90 से अधिक अवैध घरों को तोड़ा गया है। जिला प्रशासन का कहना है की जिन पर कोई केस नहीं चल रहा है, जिन पर स्टे नहीं लगे है ऐसे सभी अवैध निर्माण ध्वस्त किए जा रहें है।

जिला प्रशासन ने बताया है की हमने कोल्हापुर के इस भाग में शांति बना कर रखने में ​​सफल​ रहे ​हैं​। साथ ही ​क्षेत्र​ की समस्याओं पर भी ध्यान दें रहें है। अनेक हिन्दू संघटना​ओं​ की मांग को पूरा करने की शुरुआत हो चुकी है। इस इलाके में कोई दुर्घटना या ​आक्रोश​ का माहौल निर्माण न हों इसीलिए ​यहां​ संचार​​ माध्यम​ बंद ​किये​ गए है। जिलाधिकारी अमोल येडगे ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

यह भी पढ़े:

किसकी मिसाइल चुनेगा ब्रज़ील? चीन और भारत की मिसाइल रेस !

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,380फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
178,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें