केंद्रीय गृहमंत्रालय ने आसाम राइफल समेत मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश सरकारों को म्यांमार से लगनेवाली सीमारेखा पर तारों की फेन्स बनाने को लेकर डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) पेश करने के आदेश दिए है।
आपको बता दें, भारत और म्यांमार सीमारेखा मणिपुर में 243 किलोमीटर, तो अरुणाचल प्रदेश में 480 किलोमीटर की सीमारेखा पर फेंसिंग करने का जिक्र इस आदेश में किया गया है। गृह मंत्रालय का कहना है की इस डीटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) के जरिए, भारत म्यांमार सीमारेखा की मजबूती के लिए फेंसिंग के काम में तेजी लायी जाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर के मुख्य सचिवों को तारें लगाने के लिए भारत-म्यांमार सीमा क्षेत्रों के स्थान/संरेखण को अंतिम रूप देने के लिए असम राइफल्स, बॉर्डर रोड ओर्गनइजेशन और अन्य संबंधित विभागों के साथ बैठकें और चर्चा करने के लिए कहा है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को विधानसभा को विकास की जानकारी देते हुए गृह मंत्रालय का पत्र भी साझा किया।
आपको बता दें की भारत म्यांमार से 1643 किलोमीटर लंबी आंतरराष्ट्रीय सिमा रेखा साझा करता है,जिसमें मणिपुर, मिज़ोरम, नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश इन राज्यों की सीमाएं म्यांमार से मिलती है।
जानकारी के अनुसार, वर्तमान में भारत-म्यांमार सिमा क्षेत्र में केवल 10 किलोमीटर की सीमारेखा पर तारों की फेंस लगाई गई है। हालाँकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फरवरी में संपूर्ण भारत-म्यांमार सिमा की फेंसिंग की बात की थी जिसके बाद नागालैंड और मिज़ोरम में प्रोटेस्ट भी उठे थे। इन्हीं चीजों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सर्कार द्वारा मणिपुर और अरुणाचल की सीमारेखा से फेंसिंग के काम को शुरुवात करने का अनुमान लगाया जा रहा है।
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