78 वें स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के खिलाफ चल रहे अत्याचारों पर टिप्पणी की|मोदी ने कहा कि ऐसी हरकत करने वालों के मन में डर पैदा होना चाहिए|”आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं|महिलाएं भी नेतृत्व कर रही हैं| रक्षा क्षेत्र में भी महिलाओं की ताकत देखने को मिल रही है,लेकिन दूसरी तरफ कुछ चिंताजनक बातें भी सामने आती हैं| मैं आज एक बार फिर इस पर पीड़ा व्यक्त कर रहा हूं।’ एक समाज के तौर पर हमें सोचना होगा| हमारी माताओं-बहनों पर हो रहे अत्याचारों को लेकर देश में हाहाकार मचा हुआ है।
“नागरिकों में आक्रोश है। मैं यह समझ सकता हूं|हमारे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को इन बातों को गंभीरता से लेना होगा। ऐसी धारणा होनी चाहिए कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो और अमानवीय कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द सजा मिले। जब रेप होता है तो उसकी खूब चर्चा होती है|मीडिया में आता है,लेकिन जब ऐसे लोगों को सजा मिलती है तो इसकी ज्यादा चर्चा नहीं होती| मेरा मानना है कि इसे बड़े पैमाने पर किया जाना चाहिए| ऐसी हरकत करने वालों को कहां सजा मिलेगी| उन्हें डरना चाहिए कि ऐसा पाप करने के बाद बहुत बड़ी सजा होगी, फांसी होगी|
माँ के गर्भ में पल रहे बच्चे को बेहतर नागरिक बनाने के लिए: प्रधानमंत्री ने कहा “नौकरीपेशा महिलाओं के लिए 12 सप्ताह के बजाय 26 सप्ताह का समृद्ध मातृत्व अवकाश। हम ना सिर्फ महिलाओं का सम्मान करते हैं बल्कि महिलाओं के प्रति संवेदनशील भावनाएं भी रखते हैं| एक महिला के गर्भ में पल रहे बच्चे को एक अच्छा नागरिक बनाने के लिए मां की जरूरत होती है। सरकार उन्हें इसके लिए रोक नहीं रही है”।
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