मालवण राजकोट किले में शिव प्रतिमा दुर्घटना के मुख्य संदिग्ध आरोपी जयदीप आप्टे एवं तकनीकी सलाहकार डाॅ.चेतन पाटिल को आज मालवण अदालत में पेश किया गया, जहां उसे 5 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में आरोपी मूर्तिकार जयदीप आप्टे बुधवार की देर रात गिरफ्तार हो गया। वह 26 अगस्त को 35 फीट ऊंची मूर्ति गिरने के बाद से फरार था। उसे ठाणे से सिंधुदुर्ग ले जाया गया है, जहां उसे अदालत में पेश किया जाएगा।
मालवण पुलिस ने आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट-ठेकेदार चेतन पाटिल के खिलाफ 26 अगस्त को मामला दर्ज किया था। पाटिल 30 अगस्त को गिरफ्तार हुआ था। आप्टे और पाटिल कोल्हापुर के रहने वाले हैं। दोनों वहीं से गिरफ्तार भी हुए हैं।
PM ने सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में 4 दिसंबर 2023 को शिवाजी की प्रतिमा का उद्घाटन किया था। 9 महीने से भी कम समय के भीतर 26 अगस्त को यह प्रतिमा गिर गई। भाजपा नेता प्रवीण दारेकर ने कहा कि विपक्ष को अब मुंह बंद कर लेना चाहिए। पुलिस ने समय जरूर लगाया, लेकिन काम कर दिखाया। दरअसल, शिवसेना (UBT) ने पहले आरोप लगाया था कि आप्टे CM शिंदे के बेटे का दोस्त है। इसलिए सरकार उसे बचाने की कोशिश कर रही है।
आप्टे की गिरफ्तारी को लेकर उसके वकील और पुलिस के अलग-अलग दावे हैं। पुलिस ने बताया कि उन्हें आप्टे के कल्याण में अपने घर पर आने की खबर मिली थी। वह मास्क पहनकर परिवार से मिलने के लिए आया था, जिससे उसे कोई पहचान न सके। हालांकि, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तकनीकी सलाहकार डाॅ.पाटिल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था| जयदीप आप्टे पसार थे| सिंधुदुर्ग पुलिस ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया था।
आज सुबह उसे मालवण थाने लाया गया। दोनों संदिग्ध आरोपियों को दोपहर में यहां अदालत में पेश किया गया। सरकारी पक्ष और आरोपी पक्ष के वकीलों की बात सुनने के बाद न्यायाधीश ने दोनों संदिग्ध आरोपियों को 10 सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया|
यह भी पढ़ें-
जब कांग्रेस के विधायकने भी उठाया अवैध मस्जिद का मुद्दा, भड़क उठे कांग्रेस के सहकारी नेता!