भारत में इजरायल के नवनियुक्त राजदूत रूवेन अजार ने दोनों देशों के बीच संबंधों, इजरायल-हमास युद्ध, इस युद्ध में भारत की भूमिका, बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भारत की प्रगति, विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच साझेदारी जैसे कई विषयों पर टिप्पणी की। रूवेन अजार ने निर्माण, विनिर्माण और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भारत की प्रगति और देश भर में चल रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा, ”हम तेल अवीव में 100 किमी की मेट्रो सेवा भी शुरू करना चाहते हैं। इसके लिए हम दुनिया भर से, मुख्य रूप से भारत से कंपनियों को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में रूवेन अजार ने कहा, ”हम तेल अवीव में मेट्रो बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। हम ऐसी कंपनियों की तलाश कर रहे हैं जो कम लागत पर गुणवत्तापूर्ण मेट्रो सेवाएं तैयार कर सकें। भारत के पास ये क्षमता है| भारत कई वर्षों से विभिन्न क्षेत्रों में हमारा भागीदार रहा है। भारत में सड़कों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों के अलावा हजारों किलोमीटर लंबी मेट्रो परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसलिए हम भारत में कंपनियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
पिछले कई दशकों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि इजराइल अपने देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भारत से मदद मांग रहा है| पिछले साल अक्टूबर में हमास द्वारा इजराइल पर हमला करने के बाद इजरायल ने फिलिस्तीनी कामगारों और मजदूरों पर नाकाबंदी लगा दी थी| इस पृष्ठभूमि में, वहां कई परियोजनाएं श्रमिकों की कमी के कारण रुकी हुई हैं। इसमें उन्हें भारत से मदद की उम्मीद है|
इस अवसर पर रूवेन अजार ने इजरायल-भारत संबंधों, रक्षा और सुरक्षा, कृषि और जल, नवाचार और स्टार्ट-अप, निर्माण क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच साझेदारी पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी कहा, हमें निश्चित तौर पर सेमीकंडक्टर और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग की जरूरत है|
यह भी पढ़ें-
ईडी के मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी साकेत गोखले के झूठ का रेल मंत्रालय द्वारा पर्दाफाश!