आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडू ने YSRCP की पिछली सरकार पर तिरुपति बालाजी के प्रसाद के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलाने के आरोप के बाद देशभर से प्रतिक्रिया आ रही है। इन आरोपों के दरम्यान प्रसाद के लड्डू में ख़राब क्वालटी के सामग्री का इस्तेमाल किए जाने का आरोप भी लगाया गया था। इस मामले में लोगों ने धर्म के साथ खिलवाड करने वालों को कठोर सजा देने की मांग की है। इसी बीच तिरुपति मंदिर के पूर्व पुजारी भी सामने आए है। पूर्व पुजारी रमण दीक्षितुलू ने दावा किया है की यह सच है प्रसाद के लड्डूओं में ख़राब क्वालटी के सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था।
एनआई को दिए अपने इंटरव्यू में तिरुपति मंदिर के पूर्व पुजारी रमण दीक्षितुलू ने खुलासा किया है की उन्हें मंदिर में आने वाले प्रसाद के लड्डुओं पर पहले से चिंता थी। उन्होंने कहा है की प्रसाद बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले गाय के घी में बहुत सारी अशुद्धियां थीं और उसकी गुणवत्ता भी खराब थी। इसकी जानकारी उन्होंने तिरुपति तिरुमला देवस्थानम बोर्ड और मंदिर के अधिकारिओं के सामने भी रखी थी। लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की। साथ ही उनकी शिकायत पर अमल भी नहीं किया गया।
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पुजारी ने आगे कहा कि, ‘यह मेरे लिए अकेले की लड़ाई रही है, लेकिन अब नई सरकार ने सत्ता संभाली है और उन्होंने सारी गंदगी साफ करने का आश्वासन दिया है। नयी सरकार ने पहले ही सरकारी डेयरियों से शुद्ध गाय का घी खरीद लिया है और अब वे शुद्ध घी से खाद्य सामग्री तैयार कर रहे हैं। इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि मंदिर में ऐसे महापाप दोबारा न हों, क्योंकि यह एक पवित्र मंदिर है जिसमें करोड़ों भक्तों की गहरी आस्था और भक्ति है।’