इजराइल ने मध्य एशिया में आक्रामक रुख अपना लिया है 27 सितंबर को हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह इस आक्रामक रूप के हत्थे चढ़ गया। एक तरफ इजराइल हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ लड़ रहा है तो दूसरी तरफ ईरान ने भी इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दरम्यान हिजबुल्लाह आतंकी समूह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मारने के बाद ईरान ने इजरायल पर हमला किया था। दौरान हिज़्बुल्लाह ने हाशिम सफ़ीदीन को अपना प्रमुख नियुक्त करने की संभावनाएं थी लेकिन, अब यह खबर है कि इजरायल ने इसे खत्म कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने बेरूत में छापेमारी कर संभावित हिजबुल्लाह प्रमुख हाशिम सफीद्दीन को पकड़ लिया है। लेबनान में इजरायली रक्षा बलों (IDF) या हिजबुल्लाह की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय मीडिया ने इन खबरों की पुष्टि की है। द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, इजरायल ने गुरुवार आधी रात को बेरूत के दहिह में हवाई हमला किया। उस समय, सफ़ीद्दीन वरिष्ठ हिज़्बुल्लाह अधिकारियों के साथ एक भूमिगत बंकर में था।
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अमेरिका ने 2017 में हाशिम सफीद्दीन को आतंकवादी घोषित कर दिया था। हाशिम सफ़ीद्दीन हिज़्बुल्लाह के राजनीतिक मामलों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और समूह की जिहाद काउन्सिल का सदस्य है, जो सैन्य अभियानों का प्रबंधन करता है। नसरल्लाह के चचेरे भाई हाशिम सफ़ीद्दीन को हिज़्बुल्लाह में एक प्रमुख व्यक्ति माना जाता है। साथ ही, इसके ईरानी शासन के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। हाशिम सैफिद्दीन ने पैगंबर मोहम्मद का वंशज होने का दावा भी किया करता था। हाशिम हमेशा काली पगड़ी पहनता। उसने नजफ, इराक और क़ोम, ईरान में धार्मिक मदरसों में अध्ययन किया। वह 1994 में लेबनान लौट आये। उसने जल्द ही खुद को हिजबुल्ला संगठन में स्थापित कर लिया और एक वरिष्ठ पद पर पहुंच गया।