27 C
Mumbai
Saturday, December 14, 2024
होमक्राईमनामालो, अब नसरल्लाह का उत्तराधिकारी भी निपटा दिया!

लो, अब नसरल्लाह का उत्तराधिकारी भी निपटा दिया!

हाशिम सैफिद्दीन ने पैगंबर मोहम्मद का वंशज होने का दावा भी किया करता था। हाशिम हमेशा काली पगड़ी पहनता। उसने नजफ, इराक और क़ोम, ईरान में धार्मिक मदरसों में अध्ययन किया।

Google News Follow

Related

इजराइल ने मध्य एशिया में आक्रामक रुख अपना लिया है 27 सितंबर को हिजबुल्ला चीफ हसन नसरल्लाह इस आक्रामक रूप के हत्थे चढ़ गया। एक तरफ इजराइल हमास और हिजबुल्लाह के खिलाफ लड़ रहा है तो दूसरी तरफ ईरान ने भी इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। दरम्यान हिजबुल्लाह आतंकी समूह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मारने के बाद ईरान ने इजरायल पर हमला किया था। दौरान हिज़्बुल्लाह ने हाशिम सफ़ीदीन को अपना प्रमुख नियुक्त करने की संभावनाएं थी लेकिन, अब यह खबर है कि इजरायल ने इसे खत्म कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल ने बेरूत में छापेमारी कर संभावित हिजबुल्लाह प्रमुख हाशिम सफीद्दीन को पकड़ लिया है। लेबनान में इजरायली रक्षा बलों (IDF) या हिजबुल्लाह की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, स्थानीय मीडिया ने इन खबरों की पुष्टि की है। द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, इजरायल ने गुरुवार आधी रात को बेरूत के दहिह में हवाई हमला किया। उस समय, सफ़ीद्दीन वरिष्ठ हिज़्बुल्लाह अधिकारियों के साथ एक भूमिगत बंकर में था।

यह भी पढ़ें:

‘आजादी के बाद भी हम जेलों में जातिगत भेदभाव खत्म नहीं कर सके’, चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने जताया अफसोस!

‘वंचित बहुजन अघाड़ी’ को खत्म करने का रामदास अठावले का प्रकाश अंबेडकर को बड़ा ऑफर!

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: इंदापुर में राष्ट्रवादी बनाम राष्ट्रवादी? शरद पवार रोटी बांटेंगे!

अमेरिका ने 2017 में हाशिम सफीद्दीन को आतंकवादी घोषित कर दिया था। हाशिम सफ़ीद्दीन हिज़्बुल्लाह के राजनीतिक मामलों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और समूह की जिहाद काउन्सिल का सदस्य है, जो सैन्य अभियानों का प्रबंधन करता है। नसरल्लाह के चचेरे भाई हाशिम सफ़ीद्दीन को हिज़्बुल्लाह में एक प्रमुख व्यक्ति माना जाता है। साथ ही, इसके ईरानी शासन के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। हाशिम सैफिद्दीन ने पैगंबर मोहम्मद का वंशज होने का दावा भी किया करता था। हाशिम हमेशा काली पगड़ी पहनता। उसने नजफ, इराक और क़ोम, ईरान में धार्मिक मदरसों में अध्ययन किया। वह 1994 में लेबनान लौट आये। उसने जल्द ही खुद को हिजबुल्ला संगठन में स्थापित कर लिया और एक वरिष्ठ पद पर पहुंच गया।

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,268फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
213,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें