गतिरोध के बाद सत्ता में आई सरकार के कई नाटकीय घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में लगभग 10 साल बाद हुए जम्मू-कश्मीर के चुनाव और हरियाणा के चुनाव पूरे देश में चर्चा का विषय बन गए हैं। लोकसभा चुनाव नतीजों की पृष्ठभूमि में इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की प्रतिष्ठा दांव पर है| हरियाणा में भाजपा सत्ता में है और जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद भाजपा को सत्ता हासिल करने की उम्मीद है, लेकिन मतदान के बाद आए एग्जिट पोल यानी मतदान के बाद के टेस्ट में भाजपा लिए ज्यादा उम्मीद नहीं दिख रही हैं|
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के नतीजों को लेकर अब सरगर्मी तेज हो गई है और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी| हालांकि वास्तविक नतीजे आने में अभी दो दिन बाकी हैं, लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल के आंकड़ों ने सत्तारूढ़ भाजपा की चिंता बढ़ा दी है| दिलचस्प बात यह है कि इस नतीजे को भाजपा के लिए एक चेतावनी माना जा रहा है, जब ऐसी भविष्यवाणी की जा रही है कि इन नतीजों का असर महज एक महीने के अंतराल में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा|
2014 में एग्जिट पोल में हरियाणा को देखते हुए भाजपा की जीत की भविष्यवाणी की गई थी| यह अधिकतर सच निकला। लेकिन 2019 में एग्जिट पोल गलत निकले, जबकि भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने की भविष्यवाणी की गई थी, हरियाणा उस वर्ष गतिरोध में था। जम्मू-कश्मीर में 2014 के चुनाव में एग्जिट पोल्स ने त्रिशंकु स्थिति की भविष्यवाणी की थी, लेकिन उसमें भी यह अनुमान लगाया गया था कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को भाजपा, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस से ज्यादा सीटें मिलेंगी|
हरियाणा में आखिर क्या हुआ?: 10 साल पहले हरियाणा में कांग्रेस के 10 साल के शासन को ख़त्म कर बीजेपी सरकार सत्ता में आई थी| अब भाजपा के 10 साल के शासन के बाद एग्जिट पोल में कहा गया है कि कांग्रेस की वापसी की संभावना है, लेकिन 2014 में एग्जिट पोल ने वास्तव में क्या कहा था? 2014 में औसतन चार एग्जिट पोल्स ने भविष्यवाणी की थी कि भाजपा को 43 सीटें मिलेंगी, जो बहुमत की 46 सीटों से सिर्फ 3 सीटें कम हैं।
वहीं, इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) को 27 और कांग्रेस को 13 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था| दरअसल, भाजपा को 47 सीटें (बहुमत से एक ज्यादा) और कांग्रेस को 15 सीटें मिलीं|इनेलो को 27 की जगह 19 सीटें मिलीं| हालाँकि, न्यूज़ 24-चाणक्य और एबीपी-नेल्सन ने भविष्यवाणी की थी कि भाजपा को बहुमत मिलेगा जो सच साबित हुआ।
2019 का चुनावी गणित ग़लत!: 2014 में, लगभग सभी एग्ज़िट पोल ने वास्तविक परिणामों की भविष्यवाणी की थी। लेकिन 2019 में उनका गणित पूरी तरह से ग़लत हो गया| सभी सर्वेक्षणों में भविष्यवाणी की गई थी कि उस वर्ष भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। कुछ लोगों ने तो यह भी अनुमान लगाया कि भाजपा को 90 में से 70 सीटें मिलेंगी. लेकिन हकीकत में हरियाणा में एक गतिरोध पैदा हो गया|
उस साल 8 एग्ज़िट पोल में भाजपा को औसतन 61 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था| इसके अलावा कहा गया कि कांग्रेस को 18 सीटें मिलेंगी, लेकिन हकीकत में भाजपा को 40 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस ने 18 की बजाय 31 सीटें जीतीं| उस साल सिर्फ इंडिया टुडे-एक्सिस एग्जिट पोल ही सच साबित हुआ था| इस पोल में अनुमान लगाया गया था कि भाजपा को 32 से 44 सीटें मिलेंगी और बहुमत नहीं मिलेगा|
2014 में क्या थे जम्मू-कश्मीर के हालात?: 2019 में जम्मू-कश्मीर में चुनाव नहीं हुए। लेकिन 2014 में हुए विधानसभा चुनावों में, सी-वोटर एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि कोई भी पार्टी तत्कालीन 87 विधायकों वाली विधानसभा में आवश्यक 44 के बहुमत के आंकड़े को पार नहीं कर पाएगी।
अनुमान लगाया गया था कि पीडीपी को 32 से 38 सीटें, भारतीय जनता पार्टी को 27 से 33 सीटें, नेशनल कॉन्फ्रेंस को 8 से 14 सीटें और कांग्रेस को 4 से 10 सीटें मिलेंगी| दरअसल, पीडीपी को 28,भाजपा को 25, नेशनल कॉन्फ्रेंस को 15 और कांग्रेस को 12 सीटें मिलीं|
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