संयुक्त राष्ट्र वैश्विक सभ्यताओं के गठबंधन का 10वां वैश्विक मंच का आयोजन किया जा रहा है| इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में समुदायों के बीच बढ़ती खाई को पाटने के प्रयासों के तहत 25 से 27 नवंबर तक यूएन द्वारा आयोजित किया जा रहा है| पुर्तगाल के कॉकस शहर में आयोजित इस कार्यक्रम में 130 देशों के हजारों प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं|बता दें कि संयुक्त राष्ट्र वैश्विक सभ्यताओं के गठबंधन की आवश्यकता पर बल देते हुए यूएन के महासचिव कोफ़ी अन्नान ने वर्ष 2005 में आधार शिला रखी थी|
इसके तहत यूएन वैश्विक सभ्यताओं के गठबंधन का इस सिद्धांत के आधार पर किया गया जिसमें सांस्कृतिक विविधता, धार्मिक बहुलवाद व पारस्परिक सम्मान को अपनाने व प्रोत्साहन देने की प्रमुखता पर विशेष जोर दिया गया| दुनिया भर में समुदायों के बीच बढ़ती खाई को पाटने के प्रयासों के तहत, 25 से 27 नवंबर तक, संयुक्त राष्ट्र वैश्विक सभ्यताओं के गठबंधन का 10वां वैश्विक मंच आयोजित किया जा रहा है। लेकिन, यह असल में है क्या और इस समय यह वैश्विक मंच इतना महत्वपूर्ण क्यों हो गया है?
यूएन वैश्विक सभ्यताओं के गठबंधन का बरसों से यही सिद्धांत रहा है: अनगिनत संस्कृतियां, एक मानवता। इस सिद्धांत के आधार पर, सांस्कृतिक विविधता, धार्मिक बहुलवाद व पारस्परिक सम्मान को अपनाने व प्रोत्साहन देने के लिए, तत्कालीन यूएन महासचिव, कोफी अन्नान ने 2005 में इसकी आधारशिला रखी थी।
इसके तहत, विश्व भर में व्याप्त, विभाजन को पाटने, मतभेदों को दूर करने तथा स्थानीय व वैश्विक स्तर पर कूटनीति के जरिए, अधिक शांतिपूर्ण, समावेशी भविष्य को आकार देने में मदद की जाती है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस का कहना है, “यह गठबंधन केवल ‘अच्छा महसूस करने के लिए’ की गई एक पहल भर नहीं है। हम शांति, सुरक्षा, सतत विकास और जैसे विश्व का जो निर्माण करना चाहते है, यह उसकी स्थापना का मूल आधार है।”
पुर्तगाल के कास्केस शहर में सोमवार को, इस गठबंधन का 10वां मंच आरंभ हुआ है, जिसकी थीम है, “शांति के लिए एकजुट:भरोसा बहाल करने व भविष्य के पुनर्निर्माण” के लिए। इसमें दुनिया भर से प्रतिनिधिमंडल, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से लेकर खेलकूद जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे कि नवीनतम तरीकों को किस तरह शांति के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में, नागरिक समाज और निजी क्षेत्र के राजदूतों एवं प्रतिनिधियों के साथ-साथ, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस भी हिस्सा लेंगे और विविध विषयों पर पैनल चर्चाओं में विचार-विमर्श करेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य, वर्तमान में मौजूद सर्वाधिक गंभीर मुद्दों पर बदलाव लाने के लिए सामूहिक इच्छाशक्ति प्रेरित करना है।
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