लोकसभा में भाजपा सांसद अरुण गोविल ने प्रश्नकाल के दौरान सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट का मुद्दा उठाया, जिस पर जवाब देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में कहा कि सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफार्मों पर अश्लील कंटेंट को रोकने के लिए सरकार के प्रयासों के लिए मौजूदा कानूनों को मजबूत करने की आवश्यकता है। हमारे देश की संस्कृति और उन देशों की संस्कृति के बीच बहुत अंतर है जहां पर ओटीटी पर अश्लील कंटेंट आते हैं।
अश्विनी वैष्णव स्थायी समिति से इस मुद्दे को उठाने को कहा है। प्रसारण मंत्री ने कहा है, मौजूदा कानून को मजबूत करने की जरूरत है और मैं इस पर आम सहमति का अनुरोध करता हूं। मंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री भी चलाई जाती है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने का कहना है की पहले कोई भी कंटेट पब्लिश करने के लिए एक संपादकीय टीम होती थी। जिससे की अश्लील कंटेट पब्लिश नहीं होता था। ऐसी संपादकीय टिम्स अभी नहीं होती। अश्विनी वैष्णव ने कहा है की सरकार ओटीटी सामग्री को विनियमित करने के लिए एक नई नीति का मसौदा तैयार कर रही है।
Minister @AshwiniVaishnaw replies to the questions asked by member @arungovil12 during #QuestionHour in #LokSabha regarding Laws to Check Vulgar Content on Social Media. @ombirlakota @loksabhaspeaker @LokSabhaSectt @MIB_India pic.twitter.com/xu6wEzGNy1
— SansadTV (@sansad_tv) November 27, 2024
बता दें कि, अगस्त 2023 में सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट को यह भी बताया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और बिचौलियों को नियंत्रित करने की नीति बनाई जा रही है, जिसमें आवश्यक नियम और विनियम शामिल होंगे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की भारत में सोशल मीडिया अभद्रता और अश्लीलता से मुक्त हो।