28 C
Mumbai
Saturday, February 22, 2025
होमदेश दुनियाMahaKumbh: मेले में आज से दो दिनों के लिए वाहनों का प्रवेश वर्जित,...

MahaKumbh: मेले में आज से दो दिनों के लिए वाहनों का प्रवेश वर्जित, संगम स्टेशन बंद!

महाकुंभ में शुक्रवार की सुबह से ही संगम क्षेत्र में चौतरफा जाम लग गया। नैनी, झूंसी, अलोपीबाग, सोहबतियाबाग, बागड़ चौराहा, दारागंज समेत विभिन्न चौराहों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।

Google News Follow

Related

प्रयागराज महाकुंभ में उमड़ती भीड़ और साप्ताहिक छुट्टी को देखते हुए मेले में शनिवार से दो दिनों के लिए नो व्हीकल जोन व्यवस्था लागू कर दी गई है। इसके तहत संपूर्ण मेला क्षेत्र में प्रशासकीय और चिकित्सीय वाहनों को छोड़कर अन्य किसी भी तरह के वाहन पर सख्ती से रोक लगायी गयी है|यह प्रतिबंध पासधारक वाहनों पर भी लागू होगा।

दो दिन की राहत के बाद अचानक बढ़ी भीड़ और जाम की समस्या से शहर के लोगों को परेशान होना पड़ा। वहीं क्षेत्र में बनाई गई पार्किंग में बड़ी संख्या में वाहनों को पार्क कराया गया। लोग पार्किंग से मेला क्षेत्र पहुंचने के लिए ई-रिक्शा, टैक्सी और बाइकर्स को सहारा लेते दिखाई पड़े। वहीं, रीवा और मिर्जापुर राजमार्ग से आने वाली भीड़ को अरैल मेला क्षेत्र में प्रवेश कराया गया।

बता दें कि मेले की ओर आने वाले सभी वाहनों को निकटतम पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। शनिवार से शुरू होकर यह व्यवस्था रविवार तक लागू रहेगी। यह जानकारी डीआईजी मेला वैभव कृष्ण ने दी। बता दें कि पिछले वीकेंड पर अधिक भीड़ होने से जिले की सीमाओं से लेकर शहर और पूरे मेला क्षेत्र में भीषण जाम लग गया था।

बता दें कि महाकुंभ में शुक्रवार को श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ने पर एक बार फिर शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई। सुबह से ही संगम क्षेत्र में चौतरफा जाम लग गया। नैनी, झूंसी, अलोपीबाग, सोहबतियाबाग, बागड़ चौराहा, दारागंज समेत विभिन्न चौराहों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। शहर की सीमाओं पर भी कई किलोमीटर तक गाड़ियां रेंगती रहीं। हालात यह रहे कि महज 10 मिनट की दूरी तय करने में श्रद्धालुओं को पांच घंटे लग गए।

महाकुंभ मेले में कुल छह में से पांच स्नान हो गए हैं। अनुमान था कि माघी पूर्णिमा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी आएगी। बृहस्पतिवार को ऐसा रहा भी, जिससे न सिर्फ शहरी, बल्कि श्रद्धालुओं को भी जाम से राहत मिली, लेकिन अगले दिन शुक्रवार तड़के से ही एक बार फिर श्रद्धालु उमड़ पड़े। नतीजन सुबह आठ बजे से ही मेला क्षेत्र से लेकर शहर तक जाम हो गया।

हाल ही में जाम से निपटने के लिए बैठकें कर यातायात प्रबंधन की रूपरेखा तय की गई थीं। आला अधिकारियों के निर्देश का असर एक से दो दिन ही दिखा। एक बार तो ऐसा लगा कि यातायात प्रबंधन पटरी पर आ जाएगा, लेकिन गैर प्रांतों की हजारों गाड़ियां हाईवे से लेकर मेले और शहर में घुस आईं, जिसकी वजह से मिर्जापुर रूट से लेकर शहर में जगह-जगह जाम लग गया। उधर, जाम को लेकर पूरे देश में सरकार की किरकिरी हो रही है।

तीन फरवरी को वसंत पंचमी स्नान के बाद अचानक से श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ गई थी। जिससे सात, आठ और नौ फरवरी को भी यातायात व्यवस्था चरमरा गई थी। श्रद्धालुओं के वाहन कई किलोमीटर तक जाम में फंसे रहे। वहीं, अब शुक्रवार को भी जाम की स्थिति बनी रही। शनिवार और रविवार पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होंगे।

नए यमुना पुल और पुराने यमुना पुल चौराहे पर भी जाम की स्थिति बनी रही। सुबह से शाम तक जाम होने के कारण लोगों को यहां से 10 से 15 मिनट की दूरी तय करने में डेढ़ से दो घंटे लगे। यही स्थिति क्षेत्र में बनाए गए वाहन पार्किंग के आस-पास रही। यहां पर बाहर से आने वाली गाड़ियों को पार्क कराया गया, लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में अन्य जिलों और प्रदेशों से आने वाली गाड़ी शहर के रास्ते पर दिखाई पड़ी।

यह भी पढ़ें-

Bihar: सीएम नीतीश के बेटे की राजनीति में पदार्पण को लेकर राज्य की सियासत गरमाई! 

 

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,173फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
231,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें