दिल्ली के मुख्यमंत्री को लेकर भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुधवार को होगी, जिसमें विधायक दल के नेता का चुनाव किया जाएगा। इसके बाद पार्टी नेता उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलकर सरकार गठन का दावा पेश करेंगे और 20 फरवरी को रामलीला मैदान में नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा।
बता दें कि दिल्ली सीएम पद के लिए अब भी एक पहेली बनी हुई है। भाजपा की ओर से सरकार की कमान किसके हाथ होगी, इसका खुलासा मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ की तर्ज पर विधायक दल की बैठक में ही होगा।
दिल्ली में नई सरकार के गठन की तैयारी पूरी कर ली गई है। शपथ ग्रहण की तारीख और जगह से लेकर मेहमानों की सूची को भी अंतिम रूप दे दिया गया है। विधायक दल की बैठक के लिए पार्टी महासचिव विनोद तावड़े और तरुण चुघ को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। शपथ समारोह में 20 हजार लोगों को जुटाने की योजना बनाई जा रही है।
करीब 26 साल बाद देश की राजधानी में सत्ता हासिल करने के बाद नए सरकार के शपथ ग्रहण समारोह को खास बनाने की तैयारी भी शुरू हो गई है। भाजपा की योजना हरियाणा में हुए शपथ ग्रहण की तरह ही दिल्ली में एनडीए का शक्ति प्रदर्शन कराने की है। सरकार के गठन के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह दो मैराथन बैठक कर चुके हैं। सीएम पद के लिए महिला, दलित और क्षेत्रीय समीकरण के अनुरूप तीन फाॅर्मूले तय किए गए हैं।
भाजपा ने दिल्ली में सरकार के गठन के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में 20 फरवरी को रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट के सदस्यों के होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पूरा प्लान तैयार किया।
भाजपा के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है, क्योंकि 27 सालों बाद उसे दिल्ली में सरकार बनाने का मौका मिला है। भाजपा ने इस समारोह को एक भव्य व बड़े स्तर पर आयोजित करने की योजना बनाई है, जिससे यह आयोजन दिल्लीवासियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए यादगार बन सके।
दिल्ली शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के अलावा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सहित कई महत्वपूर्ण नेताओं के भाग लेने की संभावना है।
इसके अलावा, फिल्मी सितारे, उद्योगपति, खिलाड़ी, राजनयिक और साधु-संत भी समारोह का हिस्सा बन सकते हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री पद का ऐलान अब तक नहीं हुआ है और इस पर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं जारी हैं।
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की है और 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने जा रही है। भाजपा ने दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर विजय प्राप्त की है, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में भाजपा के वरिष्ठ नेता परवेश वर्मा, दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और सतीश उपाध्याय का नाम प्रमुख रूप से लिया जा रहा है। इसके अलावा पवन शर्मा, आशीष सूद, रेखा गुप्ता और शिखा राय सहित अन्य नेताओं को भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में देखा जा रहा है।
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