29 C
Mumbai
Sunday, March 16, 2025
होमक्राईमनामासना से अदन में अपना हेडक्वार्टर शिफ्ट करेंगे यमनी बैंक, क्या है...

सना से अदन में अपना हेडक्वार्टर शिफ्ट करेंगे यमनी बैंक, क्या है वजह?

Google News Follow

Related

 

कई यमनी बैंक, जिनके मुख्यालय राजधानी सना में स्थित हैं, ने अपना परिचालन अस्थायी राजधानी अदन में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। यमन के सेंट्रल बैंक ने शनिवार (15 मार्च) को बताया कि हूती ग्रुप पर वाशिंगटन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है।

सेंट्रल बैंक ने कमर्शियल बैंकों के इस फैसले का स्वागत किया और आश्वासन दिया कि वह देश और विदेश में यमनी नागरिकों को वित्तीय सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगा। केंद्रीय बैंक ने कहा कि वह देश की बैंकिंग प्रणाली की सुरक्षा और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय वित्तीय संस्थानों के साथ काम कर रहा है। उसने इस बात पर भी जोर दिया कि किसी भी तरह के वित्तीय अस्थिरता से बचने के लिए सावधानीपूर्वक और जिम्मेदारी से निर्णय लिए जा रहे हैं।

पिछले साल मई में, सेंट्रल बैंक ने देश के छह प्रमुख वाणिज्यिक बैंकों के साथ लेन-देन को निलंबित कर दिया था क्योंकि वे हूती नियंत्रित सना से अदन में स्थानांतरित होने में विफल रहे थे और उग्रवादी समूह के साथ उनके संभावित संबंधों की आशंका थी। हालांकि, बाद में बाहरी मध्यस्थता के बाद यह निर्णय रद्द कर दिया गया था।

4 मार्च को अमेरिकी विदेश विभाग ने हूती विद्रोहियों को ‘विदेशी आतंकवादी संगठन’ घोषित किया था, जिससे उनके साथ किसी भी प्रकार की वित्तीय लेन-देन पर प्रतिबंध लग गया। यमन 2014 से विनाशकारी संघर्ष में फंसा हुआ है। सितंबर 2014 में हूती विद्रोहियों ने उत्तरी प्रांतों पर कब्जा कर लिया था, जिसके चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यमनी सरकार को राजधानी सना से बाहर जाना पड़ा था।

वर्तमान में, हूती समूह उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्सों, जिनमें राजधानी सना और रणनीतिक लाल सागर बंदरगाह होदेदाह शामिल हैं, पर नियंत्रण बनाए हुए है। दूसरी ओर, अप्रैल 2022 से राष्ट्रपति नेतृत्व परिषद के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त यमनी सरकार दक्षिणी और पूर्वी क्षेत्रों पर शासन कर रही है, जिसकी अस्थायी राजधानी अदन है।

यह भी पढ़ें:

एएफसी एशिया कप 2027: भारतीय टीम को ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है जो गोल कर सकें: मनोलो मार्क्वेज !

झारखंड: गिरिडीह हिंसा पर बाबूलाल मरांडी ने जताया दुख, सरकार की लापरवाही का नतीजा!

मथुरा: हुरंगा की धूम, बलदेव में खेली गई  हुरियारिनें “कोड़ा मार होली” होली!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,135फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
235,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें