महोत्सव स्थल पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम सोरेन ने कहा कि बंशीधर महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया गया है। ऐसे आयोजन से न सिर्फ हमारी सांस्कृतिक धरोहरों को नई चमक मिलेगी, बल्कि विकास के भी नए आयाम स्थापित होंगे।
महोत्सव के औपचारिक उद्घाटन से पूर्व गायत्री शक्तिपीठ से दिव्य पालकी सह शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। पालकी यात्रा में पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर, भवनाथपुर के विधायक अनंत प्रताप भी शामिल रहे।
श्री बंशीधर मंदिर की ख्याति झारखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार सहित कई राज्यों में है। यहां प्रतिवर्ष विदेशों से भी श्रद्धालु आते हैं। इस मंदिर में 1280 किलोग्राम शुद्ध सोने से निर्मित भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा और अष्टधातु की मां राधिका की प्रतिमा स्थापित है। बांकी नदी के किनारे स्थित इस मंदिर में श्रीकृष्ण की प्रतिमा जमीन में करीब 5 फीट गड़े शेषनाग के फन पर निर्मित 24 पंखुड़ियों वाले विशाल कमल पुष्प पर विराजमान है। इस मंदिर से कई ऐतिहासिक कहानियां और किंवदंतियां जुड़ी हैं।
श्री बंशीधर मंदिर क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार की ओर से पहली बार वर्ष 2017 में राजकीय महोत्सव का आयोजन शुरू किया गया था। कोविड काल के दौरान तीन वर्षों तक यह आयोजन बंद रहा। इस वर्ष दो दिनों तक चलने वाले महोत्सव में पहले दिन राधाकृष्ण झांकी, शंखनाद, कृष्णलीला सहित क्षेत्रीय लोक कलाकारों के कार्यक्रम होंगे। इंडियन आइडल विनर सलमान अली और फाइनलिस्ट पूजा चटर्जी सहित कई कलाकार भी कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
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