इस अवसर पर देवेंद्र फडनवीस ने कहा, “महाराष्ट्र की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत हमेशा से इसकी ताकत रही है और कीर्तन उस विरासत के केंद्र में है। इसने भक्ति और कहानी कहने के माध्यम से पीढ़ियों को शिक्षित और एकजुट किया है। मैं सोनी मराठी की सराहना करता हूं कि उसने एक ऐसा मंच बनाया, जो इस परंपरा का सम्मान करते हुए इसे नई पीढ़ी तक पहुंचाता है। ‘कोन होनार महाराष्ट्रा लड़का कीर्तनकार’ सिर्फ एक शो नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन है जो हमारी पवित्र विरासत को आगे बढ़ाएगा।”
महाराष्ट्र के 36 जिलों का प्रतिनिधित्व करने वाले 108 प्रतियोगियों के साथ यह शो आध्यात्मिक कहानी कहने की परंपरा के लिए सम्मान है। मुंबई में आयोजित इवेंट में महाराष्ट्र सीएम के साथ सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया के एमडी और सीईओ गौरव बनर्जी, कीर्तन समुदाय की प्रमुख हस्तियां भी शामिल हुईं।
लॉन्च इवेंट में अवधूत सुधीर गांधी के एक कीर्तन को भी पेश किया गया। एच.बी.पी. राधाताई सानप और एच.बी.पी. जगन्नाथ महाराज पाटिल को कीर्तन परंपरा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया। एच.बी.पी. राधाताई सानप ने महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दों, विशेष रूप से शिक्षा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने कीर्तनों के जरिए महत्वपूर्ण काम किए।
एच.बी.पी. जगन्नाथ महाराज पाटिल ने महत्वपूर्ण विषयों को संबोधित करने के लिए अपने कीर्तन का इस्तेमाल किया। मुख्यमंत्री ने समृद्ध परंपरा को संरक्षित करने के लिए महाराष्ट्र के प्रतिष्ठित संतों के वंशजों को भी सम्मानित किया।
कीर्तन की सदियों पुरानी प्रथा को फिर से नए अंदाज में सामने लाने वाले शो ‘कोन होनार महाराष्ट्राचा लड़का कीर्तनकार’ का प्रीमियर एक अप्रैल को सोनी मराठी पर होगा।