1 साल बीत गए सुशांत को ‘न्याय’ मिला या नहीं ये सवाल आज भी जिंदा है?

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मुंबई। एक साल बीत जाने के बाद भी सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर वही सवाल आज भी उठ रहे है जो 14 जून 2020 के बाद ‘न्याय’ की मांग को लेकर उठे थे। मीडिया, बालीवुड से लेकर राजनीति तक महीनों तक सुशांत मामला गूंजता रहा और आज भी गूंज रहा है। अभिनेत्री कंगना रनौत ने तो कई सवाल उठाए थे। मामले में जांच कर रही एजेंसियां- सीबीआई, ईडी, एनसीबी सभी के हाथ अभी भी खाली हैं। हालांकि सीबीआई के हाथ यह केस बाद में आया। फिर भी ना कोई तथ्य, ना कोई सुराग हाथ लगा। दिवगंत अभिनेता की एक्स-गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर हत्या के आरोप लगे और उन्हें कई महीनों तक “मीडिया ट्रायल” का सामना करना पड़ा। रिया चक्रवर्ती को मीडिया ने सुशांत की मौत का करीब-करीब जिम्मेदार मान लिया था, पर बीते अक्टूबर में उन्हें मुंबई हाइकोर्ट से जमानत मिल गई थी।

कोर्ट ने कहा था कि रिया किसी ड्रग रैकेट का हिस्सा नहीं थीं। “हम इस बात को नहीं मान सकते कि रिया ड्रग डीलर के साथ हैं। कोई ड्रग का सेवन करता है तो वह दोषी है, पर वह ड्रग रैकेट का हिस्सा नहीं हो सकता है। रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती और अब्दुल बासित परिहार की भी गिरफ्तारी हुई थी। तीन केंद्रीय जांच एजेंसियां सीबीआई, ईडी और एनसीबी कर रही हैं। सुशांत को ‘न्याय’ मिला या नहीं ये सवाल अभी भी है। पर एनसीबी की एंट्री होने के बाद ड्रग्स का नया एंगल जरूर आ गया। बीते दिनों रिया चक्रवर्ती ने एनसीबी के सामने इस बात का भी खुलासा किया था कि सुशांत सिंह राजपूत के मरजुआना लेने की आदत की बात उनके परिवार वालों को पता थी। कुल मिलाकर एक साल में इस पूरे प्रकरण की गुत्थी उलझती गई। लोगों को इंतजार अब तक है कि सुशांत की मौत कैसे हुई, बॉलीवुड में ड्रग्स का कनेक्शन कितना गहरा है। हां इस मामले में ड्रामा, हो-हल्ला खूब देखने को मिला। जांच के नाम पर मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस में भिड़ंत और बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे का रिया को चेतावनी। एनसीबी बॉलीवुड ड्रग्स कनेक्शन के तार को छानने में लगी रही और अभी भी गिरफ्तारी और पूछताछ जारी है।

बीते 28 मई को सुशांत के खास दोस्त सिद्धार्थ पिठानी को गिरफ्तार किया गया था। अक्टूबर-नवंबर में एम्स की रिपोर्ट ने मर्डर थ्योरी को खारिज कर दिया था। जबकि सुशांत सिंह राजपूत मामले के वकील विकास सिंह ने कहा था कि एम्स को ये कहने का अधिकार नहीं है। वो कैसे इन बातों को कह सकता है। एम्स दिल्ली की फॉरेंसिक रिपोर्ट ने सुशांत की मौत को आत्महत्या बताते हुए ‘मर्डर थ्योरी’ को खारिज कर दिया था और मुंबई के कूपर अस्पताल की रिपोर्ट पर सहमति जताई थी। एक साल बाद भी सीबीआइ की रिपोर्ट का सभी को इंतजार है। सुशांत सिंह राजपूत मामले में टीआरपी का शोर भी जमकर गरजा। राजपूत के मौत की गुत्थी की चीर-फाड़ में लगी मीडिया, खुद ही टीआरपी घोटाले के भंवर में फंस गई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून 2020 को बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में आत्महत्या की थी या उनकी हत्या की गई थी, ये सवाल आज भी जिंदा है।

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