लॉरियल दुनिया की सबसे बड़ी कॉस्मेटिक ब्रांड है। फ्रांस्वा बेटेनकोर्ट लॉरियल की मालकिन हैं। इसके साथ ही फ्रांस्वा दुनिया की सबसे अमीर महिला है। लॉरियल वो ब्रांड है, जिसने दुनिया को दो सबसे अमीर महिलाएं दी हैं। फ्रांस्वा से पहले उनकी मां लिलियन जब लॉरियल को चलाती थीं, तब वे सबसे अमीर महिला थीं। लॉरियल वुमन एंपावरमेंट को बढ़ावा देने के लिए जानी जाती है यही वजह है कि इस कंपनी की वर्कफोर्स में 69 फीसदी महिलाएं हैं। कंपनी के हर डिपार्टमेंट में महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है।
इस समय दुनिया के स्किन केयर प्रोडक्ट बाजार में लॉरियल की सर्वाधिक 41 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह कंपनी 150 देशों में अपने प्रोडक्ट्स बेचती है। कंपनी के कुल 36 ब्रांड्स हैं जिनमें 88 हजार कर्मचारी काम करते हैं। लॉरियल प्रोडक्ट्स बनाने के लिए जानवरों पर परीक्षण के खिलाफ रही है। एक विकल्प खोजने के लिए कंपनी ने शोध में भारी रकम निवेश की है। लॉरियल उस समिति का हिस्सा भी रह चुकी है जिसका गठन एनिमल टेस्टिंग के ऑप्शंस खोजने के लिए किया गया था। हालांकि कंपनी अपनी इसी पॉलिसी के कारण चीन जैसे बड़े मार्केट से भी बाहर हो चुकी है। क्योंकि चीन में ब्यूटी प्रोडक्ट्स की एनिमल टेस्टिंग अनिवार्य है।
साल 1933 में कंपनी ने पहली बार डोपल लॉन्च किया जो एक सोप फ्री शैम्पू था। वर्ष 1945 में लॉरियल ने कोल्ड पर्म की शुरुआत की और 1963 में कंपनी ने फोम आधारित बाथ, ओबाओ नाम से एक प्रोडक्ट की शुरुआत की। लॉरियल का हैड ऑफिस पेरिस के पास हौट्स-डी-सीन, क्लिची में मौजूद है। यहां पर विश्व का सबसे बड़ा हेयर सैलून मौजूद है। इस हेयर सैलून में 90 से अधिक हेयरड्रेसर हैं, जो एक बार में 300 से ज्यादा लोगों को ब्यूटी प्रोडक्ट्स की सर्विसेज दे सकते हैं।
ये भी देखें
भारतीय मूल के अजय बंगा वर्ल्ड बैंक के अगले प्रेसिडेंट, जो बाइडेन ने किया नॉमिनेट