उद्योगपति प्रशांत कारुलकर को भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल ने किया सम्मानित 

 कारुलकर प्रतिष्ठान द्वारा किये जा रहे सामाजिक कार्यों को देखते हुए प्रतिष्ठान सम्मान चिन्ह से पुरस्कृत किया गया।    

उद्योगपति प्रशांत कारुलकर को भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल ने किया सम्मानित 

कारुलकर प्रतिष्ठान को भारतीय नौसेना के वाइस चीफ ऑफ़ नेवल स्टाफ वाइस एडमिरल एसएन घोरमाडे द्वारा सम्मानित किया गया। गुरुवार को कारुलकर प्रतिष्ठान अध्यक्ष और उद्योगपति प्रशांत कारुलकर को पुरस्कार स्वरूपसम्मान चिन्ह दिया गया। यह सम्मान कारुलकर प्रतिष्ठान द्वारा किये गए सामाजिक कार्यों के मद्देनजर दिया गया है। कारुलकर प्रतिष्ठान लगातार सामाजिक कार्यों में शामिल होता रहा है।

गौरतलब है कि कारुलकर प्रतिष्ठान को इससे पहले भी कई विश्वस्तरीय पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। कारुलकर प्रतिष्ठान को यह सम्मान सामाजिक कार्यों में किये जा रहे योगदान के लिए दिया गया है। पुरस्कार मिलने पर कारुलकर प्रतिष्ठान के अध्यक्ष प्रशांत कारुलकर ने कहा कि “मै यह सम्मान पाकर गौरवान्वित और मंत्रमुग्ध हूं। यह सम्मान भारतीय नौसेना के शीर्ष अधिकारियों के क्रम में दूसरे पर स्थान पर स्थित वाइस एडमिरल एसएन घोरमाड़े द्वारा भोपाल में दिया गया। मै इस सम्मान को नौसेना के दूसरे नंबर के अधिकारी द्वारा प्राप्त किया। जो चालीस सालों से देश की सेवा कर रहे हैं। उप सेना प्रमुख ने प्रतिष्ठान द्वारा किये गए सेवा कार्यों की प्रशंसा की। यह एक सामान्य नागरिक के लिए असंभव सा है। इस सम्मान को पाकर मेरी आंखें भर आई।”

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में तीनों रक्षा बलों के कमांडरों और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों का सम्मेलन है। इस सम्मेलन में 1अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। वहीं, कारुलकर प्रतिष्ठान पिछले 54 सालों से निस्वार्थ भाव से समाज सेवा का कार्य कर रहा है। कोरोना काल में पालघर में हुए साधु नरसंहार में जान गंवाने वाले नीलेश तेलगड़े के परिवार की कारुलकर प्रतिष्ठान ने मदद की।

इस दौरान कारुलकर प्रतिष्ठान कई और भी सेवा कार्य को किया। जिसमें भोजन वितरण, दवा वितरण जैसा सामाजिक कार्य शामिल है। इस कार्य के लिए कारुलकर प्रतिष्ठान को लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। साउथ एशियन चैंबर ऑफ़ कॉमर्स  एंड इंडस्ट्री भी कारुलकर प्रतिष्ठान की प्रशंसा कर चुका है। इसके अलावा प्रतिष्ठान को इंडो यूके कल्चरल फोरम द्वारा भी सम्मानित किया गया है।

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