नई दिल्ली। सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने खाते में न्यूनतम राशि को लेकर एक नई जानकारी दी है। स्टेट बैंक ने मैसेज चार्ज के बारे में भी बताया है। बैंक के मुताबिक, जिस तारीख से मैसेज चार्ज फ्री किया गया है, उस तारीख के बाद से कोई शुल्क नहीं लगेगा , लेकिन उस तारीख से पहले किसी ने मिनिमम बैलेंस नहीं रखा है, तो उसका भुगतान करना होगा।
SBI ने ट्वीट में लिखा है, ‘कृपया ध्यान दें कि मिनिमम बैलेंस और संदेश का शुल्क जिस तिथि से नहीं लगने की बैंक ने घोषणा की है, उस तिथि से पहले अगर आपका कोई शुल्क देय है तो उसका भुगतान करना होगा। ट्वीट बैंक ने ग्राहकों को बताया है कि अगर निश्चित तारीख से पहले अगर खाते में मिनिमम शुल्क नहीं रखा गया है और इस मद में बैंक की कोई अदायगी बनती है, तो उसे चुकाना होगा। बैंक में मिनिमम बैलेंस को तकनीकी भाषा में एवरेज मंथली बैलेंस या AMB कहते हैं। देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने पिछले साल ऐलान किया था कि सभी सेविंग बैंक खाते पर एवरेज मिनिमम बैलेंस को माफ कर दिया गया है। नियम के मुताबिक मेट्रो शहरों में एसबीआई सेविंग खाते पर एएमबी 3,000 रुपये, अर्ध शहरी क्षेत्रों में एएमबी 2,000 रुपये और ग्रामीण क्षेत्रों की एसबीआई शाखा में सेविंग अकाउंट पर एएमबी 1,000 रुपये रखी गई थी। बैंक ने इस राशि को बनाए रखने के नियम को हटा दिया था। मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर 5-15 रुपये प्लस जीएसटी जोड़कर वसूला जाता था। इसी के साथ स्टेट बैंक ने एसएमएस चार्ज भी माफ कर दिया था। 11 मार्च, 2020 को स्टेट बैंक ने ऐलान किया था कि एवरेज मंथली बैलेंस या AMB को माफ किया जा रहा है. इसका अर्थ हुआ कि अगर कोई ग्राहक खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखता है तो उसे कोई जुर्माना नहीं देना होगा। एसबीआई डिजिटल सेविंग्स अकाउंट के जरिये ऑनलाइन खाता खोल सकते हैं। हालांकि यह याद रखना चाहिए कि इसके लिए भी ग्राहक को कम से कम एक बार ब्रांच आने की जरूरत होगी।