अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कुछ ही समय बचे। ऐसे में भगवान राम को उपहार देने वालों की लंबी कतार है। सभी राम भक्त अपने अपने सामर्थ के अनुसार भगवान राम को उपहार दिए हैं। लेकिन सबसे गुजरात के एक हीरा व्यवसायी भगवान राम को 101 किलो सोना दान किया है। जिसे राम मंदिर में बने 14 द्वारों और अन्य पर इस सोने से परत चढ़ाई गई है।
देश गुजरात की रिपोर्ट के अनुसार, सूरत में हीरा की कई फैक्ट्री चलाने वाले दिलीप कुमार वी लाखी के परिवार ने राम मंदिर ट्रस्ट को 101 किलो सोना दान किया है। इस सोना का इस्तेमाल राम मंदिर के दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाने में किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह दान राम मंदिर ट्रस्ट को मिलने वाले दान में सबसे बड़ा दान है। इस सोने का उपयोग राम मंदिर के दरवाजे, गर्भगृह, त्रिशूल, डमरू और स्तंभों को चमकाने पर किया जा रहा है। बता दें कि गर्भगृह और भूतल को मिलाकर कुल 14 सोने के दरवाजे हैं।
वहीं, सूरत के एक और हीरा व्यवसायी कौशिक काकड़िया ने राममंदिर की थीम पर एक हार उपहार दिया है। इस हार में 5000 से ज्यादा अमेरिकी हिरे और 2 कोलो चांदी का इस्तेमाल किया गया है। इस संबंध में रसेश ज्वेलसर्स के निदेशक काकड़िया ने बताया कि हमने यह हार राम मंदिर से प्रेरित होकर बनाया है।
वहीं, सबसे अधिक रुपयों का दान देने वालों में प्रवचन कर्ता, कथावाचक मोरारी बाबू के अनुयायियों ने 16 करोड़ 3 तीन लाख रुपये दिए हैं। वहीं सूरत के ही व्यवसाई गोविन्द भाई ढोलकिया ने 11 करोड़ रुपए दिया है। ढोलकिया श्रीराम कृष्ण एक्सपोर्ट्स के संस्थापक हैं।रिपोर्ट के अनुसार मार्च 2023 तक मंदिर ट्रस्ट को तीन हजार करोड़ रुपये का दान मिल चुका है। जबकि राम मंदिर के निर्माण में अब तक लगभग एक हजार करोड़ रुपये खर्च किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि राम मंदिर के पूरा होने तक लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
ये भी पढ़ें
अयोध्या राम मंदिर: प्राणप्रतिष्ठा समारोह के लिए 15 जोड़ों को सम्मानित, मुख्य यजमान कौन है?