मुंबई। आर्यन खान ड्रग्स केस का मामला दबाने के लिए 25 करोड़ की डील के आरोप को लेकर आज NCB की पांच सदस्यों वाली विजिलेंस टीम ने समीर वानखेड़े से पूछताछ की। इस पूछताछ के बाद समीर वानखेड़े मीडिया से बात किए बिना अपनी गाड़ी में बैठ कर चले गए। एनसीबी की इस टीम का नेतृत्व कर रहे डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह ने इसके बाद मीडिया से बात की। ज्ञानेश्वर सिंह ने 25 करोड़ की इस डील का आरोप लगाने वाले प्रभाकर सैल से कल या परसों (गुरुवार-शुक्रवार) एनसीबी ऑफिस में आकर अपनी बात कहने और केस से संबंधित तथ्यों को रखने का अनुरोध किया। उन्होंने इस मामले में के.पी,गोसावी से भी अनुरोध किया कि वे आएं और जांच में शामिल हों। ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि, ‘प्रभाकर सैल और किरण गोसावी तक हमारा नोटिस नहीं पहुंचा है।
मीडिया के माध्यम से हम उन दोनों से यह अनुरोध करना चाहते हैं कि वे आएं जांच में शामिल हों और सबूत दें. हमने उपलब्ध पते पर संपर्क करने की कोशिश की. एक का घर बंद था. दूसरा अपने घर पर उपलब्ध नहीं था। एनसीबी के डीडीजी और चीफ विजिलेंस ऑफिसर ज्ञानेश्वर ने बताया आज से केस की जांच शुरू कर दी गई है। वानखेड़े के ऊपर लगे तमाम आरोपों से जुड़े कागजात एनसीबी मुंबई दफ्तर से इकट्ठा किए गए हैं। वानखेड़े से पूछताछ एनसीबी दफ्तर में ही हुई. उनके बयान दर्ज किए गए. दिल्ली से विजिलेंस की 5 सदस्यों की टीम आज (बुधवार, 27 अक्टूबर) सुबह मुंबई पहुंची और सीधे एनसीबी दफ्तर आई। यहां करीब 3 घंटे तक केस से जुड़े कागजात और फाइल इकट्ठा की गई है. यानी विजिलेंस टीम ने अपना होमवर्क कर लिया है.।