दहेज़ की बलि चढ़ी विवाहित, 8 माह की मासूम ने क्या बिगाड़ा था ?

राधिका के निधन के बाद देउलगांवमाली गांव में मातम छाया है​|​

दहेज़ की बलि चढ़ी विवाहित, 8 माह की मासूम ने क्या बिगाड़ा था ?

Married who sacrificed dowry, what did the 8-month-old innocent do?

महिलाओं के शोषण के खिलाफ कितने ही कड़े कानून क्यों न बन जाएं, लेकिन महिलाओं के खिलाफ हिंसा कम होने​ का नाम ही नहीं ले रही​ हैं। ​समाज में फैली दहेज़ रूपी कुरीति के कारण न जाने कितनी मासूमों की जिंदगी निगल गयी और कितनों ने अपने अरमानों का गला घोट दिया| राज्य में दहेज की घटनाएं बड़े पैमाने पर होती नजर आ रही हैं|​ ऐसी ही एक घटना बुलढाणा जिले में सामने आया है। घरेलू प्रताड़ना से तंग आकर एक विवाहिता ने आत्महत्या कर ली। घटना बुलढाणा जिले के मेहकर तालुका के देउलगांवमाली में हुई।

राधिका खेत्रे की शादी पवन खेत्रे से हुई थी। दोनों की आठ माह की एक बेटी भी है। शादी के बाद से ही राधिका के ससुराल वाले पति के साथ मिलकर उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। वह बार-बार पैसे की मांग भी कर रहा था। इस बारे में राधिका की सास ने भी दो-तीन बार अपने ससुराल वालों से चर्चा की। उन्हें कुछ पैसे भी दिए गए। लेकिन फिर भी राधिका के ससुराल वालों ने पैसे की मांग करना बंद नहीं किया।

राधिका ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह पीड़ा सहन नहीं कर सकती थी​| उसके पति, सास और ससुर उसे हर दिन परेशान कर रहे थे। उन्होंने अपने आवास में आत्महत्या कर अपनी जीवन यात्रा समाप्त की। राधिका की आठ महीने की एक बेटी है​,​ जो अपनी मां की मौत के कारण अनाथ हो गई है। राधिका के निधन के बाद देउलगांवमाली गांव में मातम छाया है|मृतक राधिका की मां ने महकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है|​​ इस शिकायत पर संज्ञान लेते हुए राधिका के पति पवन सहित सास, ससुर, ​जेठ और देवर​ के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है|​ ​

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