श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड मामले में पुलिस की जांच जारी है। 18 मई को 28 साल के आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया और उसके 35 टुकड़े कर जंगल में फेंके थे। वहीं पुलिस जब श्रद्धा मर्डर केस से जुड़ें मामलों की जांच कर रही थी तब गुरुग्राम और महरौली के जंगलों से जो मिला उसे देख कर पुलिस भी हैरान थी। दरअसल पुलिस को जांच के दौरान कई तरह की हड्डियाँ मिली थी। यह हड्डियाँ श्रद्धा की हैं या नहीं इसकी जांच करने के लिए श्रद्धा के पिता का डीएनए सैंपल सेंट्रल फोरेंसिक साइंस प्रयोगशाला (सीएफएसएल) में भेजा गया था।
वहीं अब श्रद्धा मर्डर केस में जांच कर रही दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल, महरौली के जंगलों से पुलिस को जो शव के टुकड़े हड्डियों के तौर पर मिले थे, उनका श्रद्धा के पिता के डीएनए से मिलान हो गया है। दिल्ली पुलिस ने महरौली और गुरुग्राम के जंगलों से हड्डियों को बरामद किया था। इन हड्डियों के बारे में आरोपी आफताब ने ही पुलिस को बताया था।
श्रद्धा की हत्या के बाद 9 दिसंबर को पहली बार श्रद्धा के पिता विकास वालकर मीडिया के सामने आए थे और कहा कि उन्हें न्याय पर यक़ीन है। उन्होंने कहा था कि आफ़ताब के माता-पिता से पूछताछ होनी चाहिए। टिंडर-बम्बल जैसे डेटिंग ऐप्स को बैन करने की बात भी कही थी। साथ ही कहा था कि आफ़ताब का भी वही हश्र होना चाहिए, जो मेरी बेटी का हुआ है। उसे फांसी होनी चाहिए।
वहीं पुलिस ने आफताब के पॉलीग्राफी और नार्को टेस्ट कराने की इजाजत कोर्ट से मांगी थी। जहां कोर्ट की अनुमति पर आफताब का पॉलीग्राफी और नार्को टेस्ट किया गया था। इस दौरान आफताब ने यह माना था कि उसने श्रद्धा की हत्या की है। ऐसे में जंगल में मिली हड्डियों का श्रद्धा के पिता के डीएनए से मिलान को पुलिस के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है।
गौरतलब है कि आफताब अमीन पूनावाला ने अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे। आरोपी ने शव के टुकड़ों को दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक एक बड़े फ्रिज में रखा और बाद में उन्हें कई दिनों तक विभिन्न हिस्सों में फेंकता रहा था।
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तो इस वजह से खुद को शांत रख रहा है श्रद्धा का हत्यारा आफताब पूनावाला ?