दिल्ली के लाल किले के पास भीषण कार धमाके की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। पटियाला हाउस कोर्ट ने शनिवार (29 नवंबर) को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की याचिका स्वीकार करते हुए चार आरोपियों की हिरासत 10 दिन और बढ़ा दी। एजेंसी ने जांच के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी। जिन आरोपियों की हिरासत बढ़ाई गई है, उनमें डॉ. मुझम्मिल शाकिल, डॉ. शाहिन सईद, मुफ्ती इरफ़ान अहमद वगाय और डॉ. अदील अहमद राथर शामिल हैं। कोर्ट के आदेश के बाद सभी आरोपियों को आगे की पूछताछ के लिए NIA मुख्यालय ले जाया गया।
10 नवंबर को किए गए धमाके की जांच में जल्द ही सामने आया कि यह एक उच्च-स्तरीय ‘व्हाइट-कालर’ आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा है, जिसका संबंध पाकिस्तान आधारित जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ता दिखाई दिया। धमाके से पहले ही कई राज्यों में गिरफ्तारियां हो चुकी थीं और जांच एजेंसियां एक इंटर-स्टेट मॉड्यूल का नेटवर्क जोड़ने में जुटी थीं।
NIA ने अब तक इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। विस्फोटक कार चलाने वाला डॉ. उमर मोहम्मद घटना में मारा गया, जबकि गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों में पुलवामा का डॉ. मुझम्मिल शाकिल, अनंतनाग का डॉ. अदील अहमद राथर, शोपियां का मुफ्ती इरफ़ान अहमद वगाय और लखनऊ की डॉ. शाहिन सईद शामिल हैं। इनके अलावा अमीर राशिद अली, जो धमाके में इस्तेमाल हुई कार का पंजीकृत मालिक है, और जासिर बिलाल वानी, जिस पर तकनीकी सहायता देने का आरोप है, को भी पकड़ा गया है।
सोयब नाम का एक और आरोपी मुख्य साज़िशकर्ता उमर को पनाह देने और उसे लॉजिस्टिक सपोर्ट दिलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जांच अधिकारियों के अनुसार सभी की भूमिकाएँ इस पूरी आतंकी साज़िश को अंजाम देने में महत्वपूर्ण थीं और शुरुआती सबूत बताते हैं कि यह हमला बेहद संगठित और योजनाबद्ध तरीके से किया गया था।
NIA ने बताया कि पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिन्हें जोड़ने के लिए और समय की आवश्यकता है। एजेंसी यह भी जांच कर रही है कि क्या इस मॉड्यूल का देश के अन्य हमलों या स्लीपर सेल नेटवर्क से गहरा संबंध है।धमाके की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां लगातार छापेमारी कर रही हैं। जांच जारी है।
यह भी पढ़ें:
इमरान खान को लेकर सुलगा पाकिस्तान, PTI समेत विपक्षी गठबंधन ने देशभर में दी प्रदर्शन की चेतावनी!
बैंकॉक से डिपोर्ट होते ही पकड़ा गया कुख्यात गैंगस्टर; 23 संगीन केस है दर्ज
कांग्रेस की बिहार चुनाव में करारी हार पर मंथन; महिलाओं को एनडीए की ₹10,000 योजना को बताया कारण!



