देश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में नक्सलवाद विरोधी अभियान को इस समय और अधिक आक्रामक बना दिया गया है। लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं और इस अभियान में बड़ी संख्या में नक्सलियों का सफाया किया जा रहा है। नक्सली ठिकानों को नष्ट किया जा रहा है और हथियारों के जखीरे भी जब्त किए जा रहे हैं। इस बीच बुधवार 29 जनवरी को झारखंड में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर मिली।
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में झारखंड पुलिस, 209 कोबरा बटालियन, सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस अभियान के दौरान अब तक एक नक्सली का शव बरामद किया गया है। अतः यह ज्ञात है कि कुछ और लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार घटनास्थल से दो इंसास राइफलें बरामद की गई हैं। यह अभियान अभी भी जारी है और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
Jharkhand | Encounter between security forces- Jharkhand police and CoBR 209 battalion, and naxals in Chaibasa. One body of a naxal has been recovered so far. A few more are injured. 2 INSAS rifles were also recovered. Operation and search are underway. More details awaited:…
— ANI (@ANI) January 29, 2025
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इस बीच, केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प लिया है। दिसंबर 2024 में एजेंडा आजतक में अपने भाषण में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में केवल दो जिले नक्सल प्रभाव में हैं। और इन्हें 31 मार्च 2023 तक रिहा कर दिया जाएगा। इस बीच, गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव ने कहा कि नक्सलवाद अब अंतिम सांसें गिन रहा है और जल्द ही बस्तर पूरी तरह नक्सल मुक्त हो जाएगा। हमारे जवानों ने नक्सलियों के सबसे सुरक्षित ठिकानों पर हमला किया। उन्होंने कहा कि अभियान के परिणाम बहुत अच्छे रहे हैं और इस वर्ष 260 से अधिक नक्सली मारे गये हैं।