भगोड़ा मेहुल चोकसी एंटीगुआ से भी हुआ लापता,कौन है चोकसी जिसने PNB को लगाया चूना? 

भगोड़ा मेहुल चोकसी एंटीगुआ से भी हुआ लापता,कौन है चोकसी जिसने PNB को लगाया चूना? 
नई दिल्ली। भारतीय हीरा कारोबारी और पंजाब नेशनल बैंक को चूना लगाने वाला मेहुल चोकसी लापता हो गया है। इस घटना के बाद से एंटीगुआ पुलिस ने उसकी तलाश कर रही है।इस संबंध की पुष्टि अधिकारियों ने मंगलवार को की। खबरों के अनुसार चौकसी के वकील विजय अग्रवाल ने एंटीगुआ से इसकी पुष्टि की है।
वहीं एक, मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि, चौकसी के वकील अग्रवाल ने बताया कि “मेहुल चोकसी लापता है और उसके परिवार के सदस्य चिंतित हैं। उन्होंने मुझे चर्चा के लिए बुलाया है। एंटीगुआ पुलिस इसकी जांच कर रही है। परिवार अंधेरे में है और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है।”
Fugitive diamantaire Mehul Choksi has gone missing. His family members are worried & anxious, and they had called me to discuss. Antigua Police is investigating: Choksi’s lawyer, advocate Vijay Aggarwal to ANI

(File photo) pic.twitter.com/TKEnGCBqt0

— ANI (@ANI) May 24, 2021

वकील ने कहा कि वह सोमवार को अपने घर से ‘द्वीप के दक्षिणी हिस्से में एक प्रसिद्ध रेस्तरां में रात का खाने के लिए जाने के लिए निकला। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा।
बता दें कि भारत में धोखाधड़ी करने के बाद चौकसी ने एंटीगुआ की नागरिक ले ली थी। इधर एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की कार देर शाम जॉली हार्बर में मिली है। हालांकि वह उसमें नहीं था।
कौन है चोकसी 
भारतीय कारोबारी और गीतांजलि समूह के मालिक मेहुल चोकसी ( 61) को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वांटेड घोषित किया है। मेहुल चोकसी ने  4 जनवरी, 2018 को एंटीगुआ भागने से पहले ₹13,578 करोड़ पीएनबी धोखाधड़ी में करीब ₹7,080 करोड़ की हेराफेरी की है।

चोकसी के खिलाफ पंजाब नेशनल बैंक ने धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। वह कथित तौर पर 2013 में शेयर बाजार में हेरफेर में शामिल था।सार्वजनिक क्षेत्र के ऋणदाता पंजाब नेशनल बैंक में धोखाधड़ी करने के बाद चोकसी देश छोड़कर भाग गया। बाद में उसे भगोड़ा घोषित किया गया। पिछले साल दायर एक चार्जशीट में, ईडी ने दावा किया था कि चोकसी ने न केवल भारतीय बैंकों को बल्कि दुबई और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी ग्राहकों और ऋणदाताओं को धोखा दिया है। उनकी ₹2,500 करोड़ की संपत्ति पहले ही कुर्क की जा चुकी है।

इस साल की शुरुआत में, एंटीगुआ और बारबुडा ने नवंबर 2017 में कैरेबियाई राष्ट्र की नागरिकता द्वारा निवेश कार्यक्रम (सीआईपी) के तहत दी गई भगोड़े हीरा व्यापारी की नागरिकता को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन उन्होंने अदालत में सरकार के कदम को चुनौती दी। इस मामले से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी है।

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