मध्य प्रदेश के मंडलों में पानी पुरी की बिक्री पर तीन दिन का प्रतिबंध लगा दिया गया है| पानीपुरी खाने से एक साथ कई लोग बीमार पड़ गए। प्रशासन ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि उन्हें जहर दिया गया था। शहर के विभिन्न हिस्सों से आए करीब 84 लोगों को पानीपुरी खाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें भर्ती होने वालों में 84 में से 31 बच्चे एक ही समाज के हैं।
पानी पुरी बेचने आए एक व्यक्ति से सभी ने पानी पुरी खायी हुई थी। पानी पुरी खाने के बाद से उसकी हालत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद मंडल के अपर जिलाधिकारी ने पानी पुरी की बिक्री पर रोक लगा दी| इसके अलावा चाट की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई।
घटना का पता तब चला जब मंडला जिले के ग्रामीण और शहरी इलाकों के 84 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया | उन सभी ने उसी व्यक्ति से पानी पुरी खाई थी जो उनके क्षेत्र में आया था। मरीजों में 57 बच्चे शामिल हैं। अन्य महिलाएं और पुरुष हैं। दो महिलाएं गर्भवती हैं। इन सभी का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। पानी पुरी बेचने वाले के खिलाफ मांडवा व टिकरिया थाने में मामला दर्ज किया गया है|
पानी पुरी खाकर अस्पताल में भर्ती हुई बेटी का उपचार करा रहे अशोक बैरागी ने कहा कि पानी पुरी वाला हमारे क्षेत्र में कई सालों से आ रहा है। लेकिन इतने सालों में किसी को कुछ नहीं हुआ। लेकिन अब पानीपुरी खाने वाले सभी बीमार पड़ गए। सबका इलाज चल रहा है। बैरागी की बेटी का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है| वह उल्टी और दस्त से पीड़ित है।
जहर खाने का मामला सामने आते ही पुलिस और खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने जांच शुरू कर दी। जालौन के रहने वाले 7-8 परिवार मंडला में पिछले 15-20 साल से रह रहे हैं। ये लोग मंडल के विभिन्न हिस्सों में खाने-पीने की चीजें बेचते हैं| इस संबंध में खाद्य विभाग के अधिकारियों ने जांच की। उसके घर से साइट्रिक एसिड के रैपर मिले हैं। इसके बाद प्रशासन ने उन सभी दुकानों को सील कर दिया जहां से साइट्रिक एसिड खरीदा गया था|
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