मुंबई के सांताक्रूज़ ईस्ट स्टेशन के इलाके में शनिवार (26 अप्रैल) रात पहलगाम के इस्लामी आतंकी हमले के विरोध में आयोजित हिंदू संस्थाओं के प्रदर्शन पर मुस्लिम भीड़ ने हमला कर दिया। हिंदू समुदाय का प्रदर्शन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ शोक और एकजुटता व्यक्त करने के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन मुस्लिम भीड़ ने पाकिस्तान के झंडे में इस्लाम और फिलिस्तीनी झंडे पर अपनी मस्जिद की याद निकालकर हिंसक झड़प की शुरुवात की। पुलिस ने इस घटना के संबंध में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। झड़प के दौरान हिंदू युवक के गंभीर रूप से घायल हुआ है। हमले के दौरान हिंदू समुदाय की और से बचावात्मक कारवाई की गई कहा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, यह विरोध प्रदर्शन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के बैसरन घाटी, पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद आयोजित किया गया था, जिसमें आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। इस हमले में 26 निर्दोष हिंदुओं को उनका धर्म जानकर मौत के घाट उतारा गया था। मृतकों में 25 भारतीय हिंदू और एक नेपाली हिंदू शामिल थे। इस जघन्य हमले की जिम्मेदारी पहले “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) ने ली थी, जो लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रतिबंधित संगठन है, हालांकि बाद में उन्होंने अपना दावा वापस ले लिया।
वाकोला में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान सकल हिंदू समाज के साथ हिंदू संस्थाएं एकत्र हुई थी, ताकि मृतकों को श्रद्धांजलि दी जा सके और आतंकवाद के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया जा सके। हिंदू समुदाय द्वारा पाकिस्तान, फिलिस्तान के झंडे को रस्ते पर चिपकाए जाने पर मुस्लिम भीड़ ने इस्लामी चिन्हों से बदसूलकी का कारण देकर हिंदू युवक के सिर पर औजार से वार किया।
In Mumbai Vakola A Hindu boy was beaten brutally by Peaceful community.
26/04/2025
After the Pahalgam attack all the Indians brother are together against terrorist, we still have few who doesn’t care and just want Hindu and Muslim to fight#HindusUnderAttack #Pahalgam #Modiji pic.twitter.com/FHH5g6axni— Pawan Singh (@pawan242000) April 26, 2025
साथ ही फ़िलिस्तीन में इस्लाम की मस्जिद होने के हवाले से मुस्लिम भीड़ फ़िलिस्तीन के झंडे को रस्ते पर रखने के खिलाफ थी। बता दें की पहलगाम के हमले से पूर्व फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने कश्मीर में आतंकवाद को समर्थन देते हुए पाकिस्तान का दौरा किया था। 22 अप्रैल के हमले में हिंदूओं पर किया गया हमला भी हमास के तरीके से किया गया था।
स्थिती की गंभीरता देख पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और भीड़ को तितर-बितर किया गया। झड़प में घायल युवक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस हिंसा में शामिल 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। मुंबई के कानून व्यवस्था के संयुक्त पुलिस आयुक्त सत्यनारायण चौधरी ने बताया कि “मामला दर्ज कर लिया गया है और फिलहाल स्थिति पूरी तरह शांतिपूर्ण है।” पुलिस प्रशासन ने वाकोला समेत आसपास के इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह पहली बार नहीं है की मुस्लिम समुदाय का पाकिस्तान झंडे पर प्रेम रास्ते पर दिखा है। पहलगाम हमले के बाद पश्चिम बंगाल के आसनसोल में मुस्लिम समुदाय द्वारा वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ निकले गए मोर्चे में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणएं दी गई थी। वहीं जगह-जगह पाकिस्तान के झंडे से बदसूलकी पर भारत के मुसलमानों में आक्रोश दिखा है, जो पहलगाम में मारे गए हिंदूओं के खिलाफ इतनी प्रखरता से सामने नहीं आया।
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