पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने संत ज्ञानेश्वर महाराज और संत तुकाराम महाराज की पालखी यात्रा के दौरान भीड़ का फायदा उठाकर चोरी करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में करीब 24 लाख रुपये मूल्य के गहने और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जबकि गिरोह से जुड़े छह आरोपियों और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है।
हर साल आयोजित होने वाली पालखी यात्रा में लाखों श्रद्धालु पुणे शहर पहुंचते हैं, जहां भक्तों की भारी भीड़ रहती है। इसी भीड़ का फायदा उठाते हुए गिरोह ने वारकरी और महिलाओं को निशाना बनाया। गुप्त सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच यूनिट 5 और 6 की टीमों ने यह कार्रवाई की।
गिरफ्तार आरोपी:
- चांदनी शक्ति कांबले (32)
- रीटा उर्फ गंगा नामदेव कांबले (35)
- बबीता सुरज उपाध्ये (57)
- पूजा धीरज कांबले (35)
- गणेश विलास जाधव (30)
- अरबाज नौशाद शेख (19, झारखंड)
- इसके साथ एक 17 वर्षीय नाबालिग को भी पकड़ा गया है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 22.5 तोला वजनी सोने के गहने, जिनकी कीमत लगभग ₹19,41,310 है, और 14 मोबाइल फोन, जिनकी कीमत लगभग ₹4,50,000 है, बरामद किए हैं। इस तरह कुल मिलाकर ₹23,91,130 का चोरी का माल बरामद हुआ है।
इन सभी आरोपियों के खिलाफ हडपसर, वानवड़ी और लोणी कालभोर पुलिस थानों में पहले से मामले दर्ज हैं। पुणे पुलिस ने उन सभी नागरिकों से, जिनके गहने या मोबाइल चोरी हुए हैं, हडपसर या वानवड़ी पुलिस स्टेशन से संपर्क करने की अपील की है।
यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार, संयुक्त आयुक्त रंजनकुमार शर्मा, अपर आयुक्त पंकज देशमुख और उपायुक्त निखिल पिंगळे के मार्गदर्शन में की गई। पालखी यात्रा के दौरान लोगों की सुरक्षा और उनकी संपत्ति की रक्षा के लिए यह कार्रवाई पुणे पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। पुलिस अब चोरी के माल के असली मालिकों को ढूंढने और गिरोह के अन्य सदस्यों तक पहुंचने के प्रयास में जुटी है।
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