पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में चल रही विवादित आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें अब बढ़ गई हैं। इस मामले को यूपीएससी ने गंभीरता से लिया है|पूजा खेडकर के खिलाफ एक्शन मोड में हैं|पूजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है|साथ ही पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है|इस नोटिस में आपको नौकरी से क्यों नहीं निकाल दिया गया? यह पूछा गया है|पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के मामले की जांच हो चुकी है|इस मामले में यह बात सामने आई है कि पूजा खेडकर ने अपनी पहचान छुपाने के लिए अपनी मां और पिता का नाम, फोटो, हस्ताक्षर, ई-मेल, मोबाइल नंबर और पता बदल लिया है|
यूपीएससी ने पूजा के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है|इसमें प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है|साथ ही पूजा खेडकर की उम्मीदवारी रद्द करने के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा गया है|इसमें भविष्य की परीक्षाओं के लिए चयन पर प्रतिबंध और रद्द करना शामिल है।यूपीएससी संवैधानिक आदेश का सख्ती से पालन करता है।यूपीएससी ने निष्पक्षता और नियमों के सख्त पालन के साथ सभी परीक्षा प्रक्रियाओं की पवित्रता और अखंडता को बनाए रखा है।अभ्यर्थी यूपीएससी पर भरोसा करें|यूपीएससी ने कहा कि आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि उम्मीदवारों का यह आत्मविश्वास बरकरार रहे और कोई समझौता न हो।
पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है|अदालत ने उसे 20 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है|मनोरमा खेडकर से जुड़ी इंजीनियरिंग कंपनी को सील कर दिया गया है|पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम ने टैक्स न चुकाने पर कंपनी ‘थर्मोवेरिटा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ को सील कर दिया है। यह वही कंपनी है जिसका पता पूजा खेडकर ने विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करते समय अपने घर के पते के रूप में दिखाया था। उन्होंने यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल अस्पताल में आवेदन किया।
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