मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट बुधवार को पेश किया गया।बजट से ज्यादा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पहनी गई साड़ी की भी खूब चर्चा हो रही हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का यह पांचवा बजट है। उन्हें 2019 में वित्त मंत्री बनाया गया था। उन्होंने लाल, पिंक और पर्पल रंग की साडी पहनकर बजट पेश कर चुकी हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि मोदी सरकार के ही कार्यकाल में पेपरलेस बजट की शुरुआत हुई। इसके अलावा निर्मला सीतारमण के ही नाम सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड है। उन्होंने 2020 में 2 घंटे 42 मिनट तक भाषण दिया था। दूसरी बात यह है कि आजादी के बाद शाम को भारत में बजट पेश किया जाता था ,लेकिन बाद में इसकी टाइमिंग बदल दी गई। इसके बारे में भी कई किस्से मशहूर हैं।
बहरहाल,अब बुधवार को पेश किये गए बजट की बात करते हैं। बजट में सरकार ने कई योजनाओं का ऐलान किया। तो आम आदमी को राहत भी देने की भी कोशिश की। जानकार इस बजट को अच्छा बता रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह बजट किसी को नुकसान पहुंचाने वाला नहीं है। हालांकि इसमें रिफॉर्म और निजीकरण नहीं है। पर विपक्ष का कहना है कि इस बजट में महंगाई बेरोजगारी को करने का उपाय नहीं है।
हालांकि, मोदी सरकार ने टैक्स प्रणाली में बड़ा बदलाव किया है। बजट में सात लाख तक की कमाई करने वाले लोगों को टैक्स में छूट दी गई है। जानकारों का कहना है कि यह ऐलान नई टैक्स प्रणाली में आने वाले लोगों को काफी फायदा पहुंचाएगा। बताया जा रहा है कि पुरानी टैक्स प्रणाली में अधिक टैक्स देना पड़ता है। लेकिन छूट भी मिलती है। मगर नई टैक्स प्रणाली में ठीक इसके विपरीत है। बता दें आम जनता को टैक्स में छूट का इंतजार था।
दरअसल, अभी तक पांच लाख की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लग रहा था। मगर सरकार सरकार ने इसे पांच की बजाय अब सात लाख रुपया कर दिया है। यानी जिस व्यक्ति को सालाना आय सात लाख होगी उसे सरकार को कोई टैक्स नहीं देना होगा। लेकिन इससे ज्यादा कमाने वाले को टैक्स देना होगा। बता दें कि सरकार ने टैक्स स्लैब में बदलाव किया है। आसान शब्दों में कहे तो पहले 0 से 5 लाख की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होता था। अब सरकार ने 0 से 9 लाख तक के स्लैब को तीन टुकड़ों में बांट दिया है। सरकार के नए स्लैब के अनुसार सात लाख रुपये की सैलरी पाने वालों को इसका बेनिफिट मिलेगा। हालांकि इसका फायदा उठाने के लिए नए स्लैब का ऑप्शन चुनना होगा।
अब बात करते हैं क्या सस्ता हुआ क्या महंगा हुआ। तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट में बच्चों को तोहफा दिया है। इस बजट में सीमा शुल्क को घटाया गया है। जिसको 13 फीसदी कर दिया गया है। यानी बाहर से आने वाले खिलौने सस्ते हो जायेंगे। इसी प्रकार साइकिल पर को भी सस्ता किया गया है। सरकार ने इलेक्ट्रिक साइकिल लगने और मोबाइल फोन में लगाने वाली बैटरी पर सीमा शुल्क हटाया है। जिससे दोनों सामान अब सस्ते हो जाएंगे। बजट में सरकार ने एलईडी टीवी को भी सस्ता कर दिया है।
लेकिन, बजट में कुछ चीजों को महंगा भी कर दिया गया है। इसमें सिगरेट पहले नंबर पर है। सिगरेट पर आपदा शुल्क 16 फीसदी बढ़ाया गया है। इसके अलावा बाहर आने वाली गहने भी महंगे होंगे। जैसे सोना चांदी और प्लेटिनम से बनी वस्तुएं महंगी हो जाएंगी। महंगे होने वाले सामान में विदेशी खिलौने,पीतल, बाहर से आने वाली आभूषण और कपडे आदि शामिल हैं। शराब छाता और हीरा भी महंगे होंगे।
अपने भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया ने चमकता हुआ सितारा कहा है। दुनियाभर में भारत का कद बढ़ा है। भारत की अर्थव्यवस्था सही दिशा में चल रही है। इस दौरा वित्त मंत्री कृषि क्षेत्र के लिए भी कई ऐलान किये। उन्होंने कहा कि कृषि से जुड़े स्टार्टअप को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके लिए कृषि त्वरक कोष का भी गठन किया जाएगा। युवा कारोबारियों को ज्यादा मौक़ा दिया जाएगा।
वित्त मंत्री ने बताया कि मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ाने के लिए श्री अन्न योजना की शुरुआत की जायेगी। वित्त मंत्री ने कहा कि मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रयास किये जाएंगे। इसके लिए मिलेट्स संस्थान गठन भी किया जाएगा। बताया जा रहा है कि मोटे अनाज 2016 -17 से इसकी खपत में कमी आने की वजह से मोटे अनाजों की खेती में कमी दर्ज की गई है। इसमें बाजरा,ज्वार ,सावां आदि मोटे अनाज की श्रेणी में आते हैं। मोटे अनाज में विटामिन, फाइबर और खनिज की मात्रा अधिक पाई जाती है।
इस बजट पर पीएम मोदी ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह बजट सभी के लिए है। यह बजट वंचितों को वरीयता और आम जनता का सपना पूरा करने वाला है। उन्होंने कहा कि इस बजट में विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना का ऐलान किया गया है। जिससे शिल्पकारों श्रमिकों आदि को सम्मान मिलेगा। पीएम मोदी ने महिलाओं के लिए बचत योजना शुरू किये जाने की भी तारीफ़ की।
वहीं ,दूसरी ओर इस बजट पर विपक्ष के नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। बसपा की मुखिया मायावती ने कहा कि सरकार के बजट में केवल वादा और योजनाओं की झड़ी है। महंगाई और बेरोजगारी पर कोई ठोस पहल नहीं की गई है। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि इस बजट में कुछ चीजें अच्छी हैं। लेकिन मनरेगा पर का बजट में जिक्र नहीं किया गया।