लोक कल्याण की राह: भारत सरकार की जनसुविधापरक नीतियां

डिजिटल इंडिया अभियान सबसे उल्लेखनीय है। इस अभियान ने भारत को डिजिटल युग में प्रवेश कराया है, जिससे सरकारी सेवाओं तक पहुंच को व्यापक बनाया गया है

लोक कल्याण की राह: भारत सरकार की जनसुविधापरक नीतियां

प्रशांत कारुलकर

गत पांच वर्षों में भारत सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न सार्वजनिक नीतियों ने देश के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में व्यापक बदलाव लाए हैं। “सरकार आपके द्वार” की अवधारणा को साकार करते हुए, इन नीतियों ने नागरिकों को सशक्त बनाने और उनके जीवन को आसान बनाने का लक्ष्य रखा है।

इन नीतियों में डिजिटल इंडिया अभियान सबसे उल्लेखनीय है। इस अभियान ने भारत को डिजिटल युग में प्रवेश कराया है, जिससे सरकारी सेवाओं तक पहुंच को व्यापक बनाया गया है। आधार कार्ड का व्यापक उपयोग, डिजिटल भुगतान प्रणालियों का उदय, और सरकारी सेवाओं का ऑनलाइन उपलब्ध होना – ये सभी प्रयास सरकार को लोगों के करीब लाने में सफल रहे हैं।

स्वच्छ भारत अभियान ने देश की स्वच्छता में उल्लेखनीय सुधार लाया है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में शौचालयों के निर्माण, कचरा प्रबंधन प्रणालियों के उन्नयन और जन जागरूकता अभियानों के माध्यम से यह अभियान भारत को एक स्वच्छ और स्वस्थ राष्ट्र बनाने की दिशा में निरंतर प्रगति कर रहा है।

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना ने ग्रामीण परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन प्रदान कर उनके जीवन को बेहतर बनाया है। इस योजना से महिलाओं को धुएं से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने के साथ-साथ खाना पकाने के समय को कम करने में भी मदद मिली है।

आयुष्मान भारत योजना ने गरीब और वंचित वर्गों को निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करके देश में स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच को सुलभ बनाया है। इस योजना ने लाखों लोगों को महंगी चिकित्सा उपचार का लाभ उठाने में सक्षम बनाया है।

जनधन योजना ने बैंकिंग प्रणाली में वित्तीय समावेश को बढ़ावा दिया है। इस योजना के तहत बैंक खातों को खोलने की सरल प्रक्रिया और शून्य शेष खाते की सुविधा ने बैंकिंग प्रणाली तक अनबैंक लोगों की पहुंच को सुनिश्चित किया है।

इन नीतियों के अलावा, कृषि क्षेत्र में ऋण माफी योजनाओं, प्रधानमंत्री आवास योजना और कौशल विकास कार्यक्रमों जैसे कई अन्य प्रयासों ने देश के लाखों लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।

हालांकि, इन नीतियों के कार्यान्वयन में कुछ चुनौतियां भी हैं। जैसे, डिजिटल असमानता, भ्रष्टाचार, और अवसंरचना की कमी, जिन्हें दूर करने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है। कुल मिलाकर, गत पांच वर्षों में लागू की गई जनसुविधापरक नीतियों ने भारत को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन नीतियों ने सरकार को लोगों के करीब लाया है, उन्हें सशक्त बनाया है और उनके जीवन को बेहतर बनाने में योगदान दिया है। भविष्य में इन नीतियों को जारी रखना और सुधार करना भारत को विकास के पथ पर और आगे ले जाएगा।

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