महारानी की तबीयत बिगड़ने की खबर फैलते ही राजपरिवार और स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल बन गया। दिल्ली से उनके पौत्र कुमार कपिलेश्वर सिंह दरभंगा पहुंचे और अस्पताल जाकर दादी से मुलाकात की। उन्होंने डॉक्टरों से उनकी स्थिति की जानकारी ली और इलाज की पूरी व्यवस्था का जायजा लिया।
मीडिया से बातचीत में कपिलेश्वर सिंह ने दादी की देखभाल में हुई लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इतनी उम्र में भी स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता नहीं बरती गई, जबकि संसाधनों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने साफ कहा कि अब वे खुद महारानी की देखरेख करेंगे और अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उन्हें अपने पास ले जाकर सेवा करेंगे।
बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से राजघराने में अंदरूनी विवाद चल रहे हैं, जिसकी वजह से महारानी लंबे समय से अलग रह रही थीं। इसी कारण कई बार स्वास्थ्य से जुड़ी अहम जानकारी परिवार के सभी सदस्यों तक समय पर नहीं पहुंच पाती। मौजूदा हालात में भी बीमारी की सूचना देर से मिलने पर कपिलेश्वर सिंह ने असंतोष जताया है।
फिलहाल अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि महारानी की हालत गंभीर है, लेकिन डॉक्टर लगातार उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
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