31 C
Mumbai
Thursday, May 9, 2024
होमदेश दुनियाभारत तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के बावजूद...! - पूर्व आरबीआई गवर्नर!

भारत तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के बावजूद…! – पूर्व आरबीआई गवर्नर!

Google News Follow

Related

हालांकि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत 2029 में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा है कि भारत उस समय गरीब रहेगा। सुब्बाराव की किताब ‘जस्ट ए मर्सिनरी?: नोट्स फ्रॉम माई लाइफ एंड करियर’ का हैदराबाद में रिलीज हुई। विमोचन समारोह में बोलते हुए, डी. सुब्बाराव ने अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी की| उन्होंने सऊदी अरब का भी हवाला दिया और कहा कि अमीर देश बनने का मतलब यह नहीं कि देश विकसित हो जाये|

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अगर उन्हें तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला तो भारत 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि कई अर्थशास्त्रियों ने भविष्यवाणी की है कि भारत अमेरिका और चीन के बाद सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा| 

इस दावे के बारे में बात करते हुए डी. सुब्बाराव ने कहा, “मेरे दृष्टिकोण से यह (तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना) संभव है।लेकिन यह जश्न मनाने वाली कोई बात नहीं है|क्यों तो हमारी अर्थव्यवस्था बड़ी है क्योंकि हमारी आबादी 140 करोड़ है|हमारी जनसंख्या अधिक है इसलिए हमारी अर्थव्यवस्था भी बड़ी है। लेकिन फिर भी हमारा देश गरीब ही रहेगा|

डी.सुब्बाराव ने आगे कहा, अगर भारतीय लोगों की प्रति व्यक्ति आय की तुलना दुनिया के अन्य देशों से की जाए तो भारत 139वें स्थान पर है।साथ ही हमारा देश ब्रिक्स और जी-20 देशों में एक गरीब देश के रूप में गिना जाता है। इसलिए विकास दर को आगे बढ़ाने के लिए इसमें तेजी लाना जरूरी है|यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि लाभ सभी के बीच बांटा जाए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा| इस पर बोलते हुए सुब्बाराव ने कहा, ‘एक विकसित राष्ट्र बनने के लिए हमारी कुछ आवश्यकताओं को पूरा करना बहुत जरूरी है। जैसे, कानून का शासन, मजबूत राष्ट्र, जवाबदेह और स्वतंत्र संस्थाएं। इन बातों के पूरा होने पर हम एक विकसित राष्ट्र की ओर आगे बढ़ सकते हैं|

सुब्बाराव की किताब ‘जस्ट ए मर्सिनरी?: नोट्स फ्रॉम माई लाइफ एंड करियर’ में भी कई सनसनीखेज दावे किए गए हैं। यूपीए सरकार के दौरान प्रणब मुखर्जी और पी. सुब्बाराव ने किताब में लिखा है कि जब चिदंबरम वित्त मंत्री थे तो वित्त मंत्रालय रिजर्व बैंक पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा था| साथ ही, आरबीआई को सरकारी नीतियों के लिए चीयरलीडर होना चाहिए। यह सरकार की इच्छा है और हम इससे सहमत नहीं थे, यह दावा “रिजर्व बैंक सरकार के चीयरलीडर?” नामक पुस्तक में किया गया है।

यह भी पढ़ें-

केरल की चुनावी रैली में ‘युवराज’; राहुल गांधी पर मोदी का हमला! 

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,612फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
151,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें