मिजोरम की राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके में भारी बारिश के कारण एक खदान ढह गई। इस हादसे में सात लोगों की जान चली गई। पुलिसकर्मी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। भारी बारिश के कारण नदियों का स्तर भी बढ़ चुका है। नदी किनारे रहने वाले लोगों को अपने घरों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ रहा है।
भारी बारिश के कारण अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन की घटना सामने आई है। हुनथर में राष्ट्रीय राजमार्ग-6 पर भूस्खलन के कारण आइजोल देश के बाकी हिस्सों से कट गया। बारिश के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। आइजोल शहर में भारी बारिश के कारण पत्थर की खदान धंस गई, जिसमें काम कर रहे मजदूर मलबे के नीचे दब गए। 10 मजदूरों की मौत हो गई है। कई मजदूर मलबे के नीचे दबे हैं। बचाव अभियान जारी है और 2 मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया है।
14 individuals were killed and one child was rescued after a stone quarry collapsed in #Aizawl’s Melthum and Hlimen border on May 28 around 6 am after Cyclone Remal wreaked havoc across #Mizoram, as per latest reports.
The child was promptly taken to a nearby hospital for… pic.twitter.com/iSRu592DBc
— Voice of Assam (@VoiceOfAxom) May 28, 2024
पुलिस के मुताबिक, इलाके में आज सुबह से भारी बारिश हो रही है। इसके चलते खदान धंस गई।बता दें कि हादसा शहर के दक्षिणी हिस्से में स्थित मेल्थम और ह्लिमेन के बीच वाले इलाके में खुदी खदान में हुआ। खदान धंसते ही मजदूरों में भगदड़ मच गई थी, लेकिन सभी बाहर नहीं निकल पाए। हादसे की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी गई। जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ और प्रशासन की बचाव टीमें मौके पर पहुंची।
अलर्ट के बावजूद कराया जा रहा था काम:बारिश के कारण प्रदेश के कई स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी किया हुआ है, लेकिन बावजूद इसके खदान में काम कराया जा रहा था। इस वजह से भी लोगों में आक्रोश है और वे खदान मालिक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग पुलिस से कर रहे हैं।
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