गुजरात के टीआरपी गेमज़ोन में भीषण आग लग गई| इस आग में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है| इसमें बच्चे भी शामिल हैं|गुजरात के राजकोट में भीषण आग लगने से 12 बच्चों सहित 28 लोगों की मौत हो गई। फायर ब्रिगेड की टीम देर रात तक आग बुझाने में जुटी रही| अधिकारियों के मुताबिक, आग पर काबू पा लिया गया है|
एसआईटी करेगी जांच: राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए पांच सदस्यीय विशेष जांच समिति (एसआईटी) का गठन किया है। इस हादसे में कई शव पूरी तरह जल गए हैं| कुछ जले हुए हैं| सहायक पुलिस आयुक्त (एएसपी) राधिका भराई ने कहा कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है| इस मामले में राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये देगी|
एक किमी तक धुएं का गुबार: इस गेमज़ोन से बचे एक व्यक्ति ने घटना की सूचना दी। उनके मुताबिक टीआरपी गेमज़ोन में सब कुछ सुचारू रूप से शुरू होता है। बच्चे खेल खेलने में मगन रहते हैं। उनके आसपास माता-पिता भी थे. लेकिन अचानक एक बड़ा विस्फोट हो गया| इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाता, आग ने लाल रंग धारण कर लिया। आग काफी दूर तक फैल गई. धुएं का गुबार एक किलोमीटर तक देखा जा सकता था|
क्या थी धमाके की वजह?: इस गेमजोन में लू से बचने के लिए एसी लगाया गया था| शॉर्ट सर्किट के कारण एक एसी में ब्लास्ट हो गया। तभी आग लग गई| गेमज़ोन में फैब्रिकेशन, पर्दे, प्लास्टिक और अन्य वस्तुओं के माध्यम से आग तेजी से फैल गई। इस घटना में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है|
गेमज़ोन के चार मालिक: स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस गेमज़ोन के चार मालिक हैं। इनके नाम युवराज सिंह सोलंकी, प्रकाश जैन, राहुल राठौड़ और महेंद्र सिंह सोलंकी हैं। पुलिस ने इनमें से एक युवराज सिंह सोलंकी को हिरासत में लिया है| शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि उनके डीएनए की जांच करायी जायेगी|
धमाके को लेकर कई सवाल: इस धमाके को लेकर कई सवाल सामने आए हैं. पुलिस प्रशासन, नगर परिषद और अग्निशमन विभाग सवालों के घेरे में है| सवाल यह है कि क्या टीआरपी गेमज़ोन को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया था। सवाल पूछा जा रहा है कि क्या इस गेम जोन में फायर प्रोटेक्शन सिस्टम लगाया गया था|
मुख्यमंत्री ने दिए घटना की जांच के आदेश: मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने घटना की जांच के आदेश दिये हैं| इस घटना के बाद राजकोट पुलिस कमिश्नर ने शहर के सभी गेम जोन को तत्काल बंद करने का आदेश दिया है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है|
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