अफगानिस्तान में यहां की महिलाओं का जीना बहुत ही कठिन हो गया है। कब्जे के बाद तालिबानियों ने महिलाओं को किसी पुरुष के साथ ही बाहर निकलने की हिदायत दी है। जिससे सिंगल मदर और तलाकशुदा महिलाओं का कहीं आना जाना मुश्किल हो गया है। इसके लिए अफगानी महिलाओं ने एक काट खोज निकाला है, वे पुरुषों के वेशभूषा में बाहर निकल रही हैं। हालांकि, यह जोखिम भरा है,पहचान लिये जाने पर महिलाओं को मौत की सजा भी दी जा सकती है, लेकिन,अफगानी महिलाएं जरुरी कामों के लिए पुरुषों के वेशभूषा में बाहर निकलने पर मजबूर हैं।
राबिया ने कहा कि अफगानिस्तान में एक महिला होना मुश्किल है, लेकिन एक सिंगल मदर के लिए यह और भी बुरा है। तालिबान के कब्ज़ा के बाद तो और मुश्किल हो गया। इसके लिए उन्होंने एक अफगान की प्रसिद्ध महिला कवि के नाम का उपयोग करते हुए बातचीत की। उन्होंने बताया कि जब तालिबान ने मेरे शहर पर कब्जा किया तो मेरे पूर्व पति ने तालिबानियों को बेटी को सौंपने को कहा और वे मुझसे जबरदस्ती दोबारा शादी करना चाहते थे। जिसके बाद मै काबुल आ गई। उन्होंने बताया तालिबानियों ने टैक्सी ड्राइवरों से कह रखा था कि वे अकेली महिला को न बैठाएं। इतनी कठिन स्थिति होने के बाद इसका विरोध करने का फैसला किया और मैने पुरुषों के कपडे पहनकर कुछ तस्वीरें निकाली और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जिसमें लिखा,” मैं एक महिला हूं। मेरे पास महरम नहीं है”।
राबिया बताती है उसकी तस्वीरें कुछ ही घंटों में वायरल हो गईं और अन्य महिलाएं भी पुरुष पोशाकों में खुद की तस्वीरें पोस्ट करके उनके ऑनलाइन विरोध में शामिल हुईं। राबिया का कहना है कि हम तालिबान को दिखाना चाहते हैं कि वे हमारी आवाज नहीं दबा सकते हैं।
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