रुश्दी पर हमले के बाद नूपुर शर्मा की सुरक्षा बढ़ी, एजेंसियां हुई सतर्क 

रुश्दी के खिलाफ मौत का फतवा ईरान द्वारा 1988 में जारी किया गया था

रुश्दी पर हमले के बाद नूपुर शर्मा की सुरक्षा बढ़ी, एजेंसियां हुई सतर्क 
अमेरिका में भारतीय मूल के लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले बाद से बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं तो चिंतित भी। सवाल है यह सुरक्षा घेरा में रहने वाले सलमान रुश्दी हमला होना सबसे बढ़ी बात है। भारतीय सुरक्षा अब नूपुर शर्मा की सुरक्षा को लेकर और सतर्क हो गई। एजेंसियों को शक है कि नूपुर शर्मा को भी निशाना बनाया जा सकता है। गौरतलब है कि सलमान रुश्दी के खिलाफ 34 साल पहले मौत का फतवा जारी किया गया था. जिसको अब अंजाम दिया गया है।
सबसे बड़ी बात है कि जिस  युवक ने सलमान रुश्दी पर हमला किया है उसकी उम्र मात्र 24 साल है। यानी सलमान रुश्दी के खिलाफ मौत का फतवा ईरान द्वारा 1988 में जारी किया गया था। ऐसे में हमलावर हादी मटर बहुत छोटा रहा होगा? या उसका जन्म भी नहीं हुआ होगा। ऐसे में उसमें कट्टरता को लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं।
बहरहाल, नूपुर शर्मा के खिलाफ भी अलकायदा द्वारा मुस्लिमों से न्याय की बात कही है। जून में ही अलकायदा से जुड़े एक्यूआईएस ने उनके विवादित बयान बदला लेने की बात कही थी। ऐसे में भारतीय एजेंसियां और चौंकन्ना हो गई हैं। कहा जा रहा है नूपुर शर्मा की सुरक्षा पहले की अपेक्षा और कड़ी कर दी गई है। और उन्हें अज्ञात जगह पर रखा गया है।

एक्यूआईएस ने अपने जारी बयान में कहा था कि भारत के राज्यों उत्तर प्रदेश, मुंबई और गुजरात में नूपुर शर्मा का बदला लेने के लिए खुद को उड़ाने के लिए तैयार हैं। संगठन के बयान से साफ़ जाहिर है कि  नूपुर शर्मा अब काटरपंथियों के निशाने पर हैं।  हाल ही अब अलकायदा ने अपने मुखपत्र में नूपुर शर्मा से बदला लेने के लिए भारतीय मुस्लिमों से अपील की है। उसने अपने मुखपत्र में कश्मीर में भी जिहाद छेड़ने की अपील की है। हालांकि, अपने विवादित बयान के बाद से नूपुर शर्मा भारी घेरे में हैं। उन्हें अनजान जगह पर रखा गया है। सलमान रुश्दी पर हमले के बाद से नूपुर शर्मा की सुरक्षा में इजाफा किया गया है।

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