गुरुवार (12 सितंबर) को आसाम के कामरुप (मेट्रो) जिले के कोसुटोली इलाके में सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण को हटाने गई पुलिस पर 1500 की संख्या में मुस्लिम भीड़ ने पुलिस पर चाकू, डंडे, पत्थर जैसे हथियारों से हमला किया था, जिसमें 22 पुलिसकर्मी गंभीररूप से घायल हुए है। अपने बचाव में आखिरमें पुलिस को फायर खोलना पड़ा था, जिसमें 2 की मौत हुई और 7 घायल हुए थे। दौरान सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण हटवाने का यह अभीयान असफल रहा।
ऐसे में शनिवार को स्थानिकों से मेट्रो जिले के कचुटली में अवैध निर्माण को हटाकर आदिवासी जमीन को अवैध घुसपैठों से मुक्त करवाने की मांग उठी है। सोनपुर कचुटली क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने आदिवासी बेल्ट और ब्लॉक क्षेत्रों की सुरक्षा के समर्थन में शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारीयों ने क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रहे लोगों को बेदखल करने और राज्य सरकार से स्थानीय लोगों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि कुछ कांग्रेस नेता वोट बैंक के लिए बड़ी संख्या में अवैध स्थलांतरित को लाए और उन्हें सोनपुर आदिवासी बेल्ट और ब्लॉक क्षेत्रों में सरकारी जमीन पर बसाया। यहां के स्थानीय मुस्लिम भी अवैध घुसपैठों के खिलाफ सरकार के निष्कासन अभियान का समर्थन कर रहे हैं। अशरफुद्दीन चौधरी ने एएनआई को बताया कि वह पिछले 100 वर्षों से इस क्षेत्र में रह रहे हैं और अवैध स्थलांतरितों को यहां से हटाया जाना चाहिए।
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सोनपुर कोसुटोली गांव के एक स्थानीय युवक रहीम बख्श ने एएनआई को बताया, “पहले कुछ कांग्रेस नेता अपने वोट बैंक के लिए इन अवैध स्थलांतरितो को इस आदिवासी बेल्ट और ब्लॉक क्षेत्र में लाए थे। हम आदिवासी बेल्ट और ब्लॉक क्षेत्र और स्थानीय लोगों की रक्षा करना चाहते हैं। हम सरकार से मांग करते हैं कि इन संदिग्धों को यहां से निकाला जाए।” इस बीच, प्रशासन ने सोनपुर कोसुटोली क्षेत्र में कई अन्य लोगों को आदिवासी बेल्ट और ब्लॉक क्षेत्र खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है।