कोरोना वायरस की एक नई लहर से निपटने के लिए ऑस्ट्रिया में एक बार फिर सम्पूर्ण लॉकडाउन लगाया जा रहा है। ऐसा करने वाला ऑस्ट्रिया पश्चिमी यूरोप का पहला देश बन गया है। ऑस्ट्रियई सरकार ने कहा कि फरवरी तक पूरी आबादी को कोरोना की वैक्सीन दे दी जाएगी। यहां के दो राज्यों में पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया है। भारत की बात करें तो यहां कोरोना के मरीजों की संख्या प्रतिदिन कम हो रही है। यूरोप के कई देश एक बार फिर कोरोना की नई लहर से जूझ रहे हैं जबकि एशियाई देश को फ़िलहाल राहत है। वहीं, भारत ने कोरोना टीकाकरण को अनिवार्य कर दिया है। जहा कही भी लोग कोरोना का टीका नहीं ले रहे उन्हें देने के लिए समझाया जा रहा है।
ऑस्ट्रिया में कोरोना महामारी से जूझ रहे दो राज्यों ने गुरुवार को कहा कि वे राज्य में लॉकडाउन लगाएंगे और राष्ट्रीय स्तर पर ऐसा करने के लिए दबाव बनायेंगे। जैसे-जैसे सर्दियां नजदीक आ रही हैं, पूरे यूरोप में कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे सरकारों को लॉकडाउन लगाने पर विचार करना पड़ रहा है। वहीं ,नीदरलैंड में रात 8 बजे बार और रेस्तरां को बंद को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है।
यूरोप में लगातार बढ़ते कोरोना के मरीजों से अन्य देशों की भी चिंताएं बढ़ने लगी है। कोरोना के दुनिया के लगभग आधे मरीज और मौतें यूरोप में ही हुई है। जैसे-जैसे कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं कई यूरोपीय सरकारों ने कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों को फिर से लागू कर रहे हैं।
भारत की बात करें तो देश अब तक कुल 465349 की कोरोना से मौत हो चुकी है। अगर हम महाराष्ट्र का आकड़ा देखते हैं तो 1,40,707 मौते हुई है। वहीं,शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जरी किये गए आंकड़ों के अनुसार 24 घंटे में 10302 कोरोना के नए केस सामने आये हैं जबकि 267 लोगों की मौत हुई है। वहीं ,11787 ठीक हुए हैं।
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