- राज्यपाल धनखड़ असम में रानपागली और श्रीरामपुर शिविरों का भी दौरा करेंगे। जहां कहा जा रहा है कि बीजेपी कार्यकर्ता बंगाल से असम आये हुए हैं।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार और राजभवन में एक बार फिर टकराव देखा जा रहा है. खबर है कि राज्यपाल हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। जिस पर ममता बनर्जी ने आपत्ति दर्ज की है और उन्होंने कहा कि राज्यपाल प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं. बता दें कि बंगाल में विधान सभा चुनाव परिणाम आने के बाद से यहां कई इलाकों में हिंसा हुई थी, जिसको लेकर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया था और राज्य सरकार को हिंसा रोकने को कहा था, लेकिन लगातार हिंसा जारी रही। इस हिंसा में कई बीजेपी कार्यकर्ताओं की जान चली गई है, ऐसा आरोप बीजेपी ने लगाया था।
अब खबर आ रही है कि आज यानी गुरुवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। वह कूचबिहार जिले जाएंगे, जहां 10 अप्रैल को मतदान के दौरान सीतलकुची में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के कर्मियों द्वारा गोलीबारी में चार ग्रामीण मारे गए थे। राज्यपाल धनकड़ ने ट्वीट कर कहा, “पश्चिम बंगाल के गवर्नर 13 मई को सुबह 11 बजे बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से कूच बिहार पहुंचेंगे, जो चुनाव के बाद हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। राज्यपाल माथाभांगा, सीतलकुची, सिताई और दिनहाटा का दौरा करेंगे। राज्यपाल सीबी सर्किट हाउस में लोगों और मीडिया से मिलेंगे।”
राज्यपाल ने यह भी कहा कि शुक्रवार को वह असम जाएंगे जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मंत्रियों ने दावा किया है कि 2 मई को बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भड़की हिंसा से बचने के लिए उत्तर बंगाल के लोगों ने शरण ली है। ट्वीट में कहा गया, “राज्यपाल धनखड़ असम में रानपागली और श्रीरामपुर शिविरों का दौरा करेंगे, जहां चुनाव के बाद हुई हिंसा के कारण बंगाल के लोगों ने शरण ले रखी है। राज्यपाल धनखड़ सुबह 9.45 बजे बीएसएफ हेलीकाप्टर से रानपागली असम पहुंचेंगे।’
ममता ने जताई आपत्ति
इस बीच, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धनखड़ पर मानदंडों का उल्लंघन करने और कूचबिहार जाने की योजना बनाने का आरोप लगाया है। उसने नियमों और प्रावधानों का हवाला देते हुए राज्यपाल को एक पत्र लिखा। उन्होंने लिखा, ”मुझे सोशल मीडिया से पता चला है कि आप 13 मई को कूच बिहार जा रहे हैं। दुखद, मैं इसेकई दशकों में विकसित और लंबे समय से चले आ रहे मानदंडों का उल्लंघन पाती हूं। इसलिए मैं उम्मीद करूंगी कि आप प्रोटोकॉल का पालन करेंगे,के जैसा कि ऊपर कहा गया है, और क्षेत्र के दौरों के संबंध में अचानक लिए गए फैसलों से बचेंगे।”बता दें हिंसा को देखते हुए केंद्र सरकार ने बंगाल के 61 बीजेपी विधायकों को x श्रेणी की सुरक्षा दी है।