सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पाकिस्तान की नापाक साजिश को एक बार फिर विफल कर दिया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और अमृतसर पुलिस ने सीमा पार से हथियार और हेरोइन तस्करी की तीन साजिशों को नाकाम किया। अमृतसर पुलिस ने बीएसएफ के साथ मिलकर दोना तेलु मल बीएसएफ चौकी के पास सरहद से पांच असाल्ट राइफल, पांच पिस्टल व चार मैगजीन बरामद की हैं। बैग में मिली हथियारों की यह खेप पाकिस्तानी तस्करों ने छिपाकर रखी थी। ये हथियार गुरजंट सिंह, फिरोजपुर की भूमि में बरामद किए गए। हालांकि इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
वहीं बीएसएफ की महिला प्रहरी ने पंजाब के अमृतसर की भारत-पाकिस्तान सीमा पर भारतीय क्षेत्र में घुसे एक ड्रोन को मार गिराया है। बीएसएफ की 73वीं बटालियन की दो प्रीति और भाग्यश्री ने महिला प्रहरियों ने ड्रोन पर 25 गोलियां दागीं और रात 11 बजकर पांच मिनट पर उसे मार गिराया। तलाशी अभियान के दौरान बीएसएफ ने आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त ड्रोन बरामद किया। करीब 18 किलोग्राम वजनी ड्रोन से 3.11 हेरोइन मिली, जिसे उसके नीचे सफेद रंग की एक पॉलिथीन में लपेटकर रखा गया था। ड्रोन के मामले में यह पहली बड़ी कार्रवाई है जिसे महिला प्रहरियों ने अंजाम दिया है। इस सफलता के बाद डीआईजी ने कहा कि इनकी कामयाबी देश और फोर्स के लिए गर्व की बात है। पाकिस्तानी तस्करों के हैक्साकॉप्टर ड्रोन को मार गिराने वाली बीएसएफ की प्रहरियों प्रीति और भाग्यश्री को पठानकोट के डीआईजी प्रभाकर जोशी ने कैश प्राइज देकर सम्मानित किया।
इस बीच, सोमवार देर रात 10 बजकर 57 मिनट पर वडई चीमा सीमा चौकी पर एक और ड्रोन दिखा था। इसे देखते ही बीएसएफ कर्मियों ने गोलियां चलाईं। इसके बाद वह पाकिस्तान की सीमा में लौट गया। औली यानी उत्तराखंड सेना ने ड्रोन का शिकार करने के लिए अर्जुन नाम की चील को प्रशिक्षित किया है। अमेरिका के साथ संयुक्त युद्ध अभ्यास में चील का इस्तेमाल कर दिखाया गया। ड्रोन देख अलर्ट करने के लिए कुत्तों को भी तैयार किया है।
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