कर्नाटक में हिजाब का विवाद होने के बाद अब इसकी आंच पर पड़ोसी राज्य तेलंगाना में पहुंचती दिखाई दे रही है। दरअसल हैदराबाद के एक कॉलेज में बुर्का पहनकर एग्जाम देने गई छात्राओं को परीक्षा में शामिल होने से रोकने का मामला सामने आया है। छात्राओं का आरोप है कि उन्हें आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ा और बुर्का उतारने के बाद ही एग्जाम में बैठने दिया गया।
यह घटना शुक्रवार, 16 जून की है जब हैदराबाद के केवी रंगारेड्डी महिला डिग्री कॉलेज में मुस्लिम छात्राएं बुर्का पहनकर परीक्षा देने आई थीं, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। छात्राओं ने बताया कि उन्हें बुर्का उतारने के लिए फोर्स किया गया और कहा गया कि एग्जाम हाल में बुर्का पहनकर नहीं जा सकते। अंदर आणा है तो बुर्का उतारकर आना होगा, एग्जाम खत्म होने के बाद बाहर फिर पहन सकते हैं।
इस मामले को लेकर तेलंगाना के गृह मंत्री महबूब अली से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सभी अपनी पसंद के कपड़े पहनने की छूट है लेकिन छोटे कपड़े नहीं पहनने चाहिए जिससे हालात खराब होते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि औरतों को खास तौर से ध्यान रखना चाहिए क्योंकि कम कपड़े से परेशानी होती है।
मंत्री महबूब अली ने कहा कि हमें अपने सांस्कृतिक ड्रेस की इज्जत करनी चाहिए। औरतों को खासतौर पर इस बात का ध्यान रखना चाहिए। वहीं, जब मंत्री महोदय से कॉलेज में बुर्का पहनकर जाने से रोकने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कहीं भी बुर्का पहनने पर रोक नहीं है। उन्होंने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही।
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