नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि सीबीएसई 12वीं कक्षा का परिणाम 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा में प्रदर्शन के आधार तैयार कर जारी किया जाएगा। बता दें कि सीबीएसई 12 वीं का परीक्षा कोरोना की वजह से रद्द कर दिया गया है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में यह जानकारी केंद्र सरकार ने दी। सीबीएसई द्वारा 31 जुलाई तक कक्षा बारहवीं का परिणाम घोषित किया जायेगा। सरकार ने गुरुवार को शीर्ष अदालत में दाखिल की गई अपनी रिपोर्ट में कहा कि स्टूडेंट्स के कक्षा 10वीं के 5 में से बेस्ट 3 पेपरों के मार्क्स लिए जाएंगे। 11वीं कक्षा के सभी थ्योरी पेपरों के मार्क्स लिए जाएंगे। वहीं कक्षा 12वीं में स्टूडेंट्स के यूनिट, टर्म व प्रैक्टिकल एग्जाम के मार्क्स लिए जाएंगे।
CBSE submitted before Supreme Court its evaluation criteria for awarding grades/marks for Class XII exams.For class X & XI, marks in best of 3 from 5 papers in term exams will be considered. For Class XII, marks obtained in unit, term & practicals will be taken into account. pic.twitter.com/gowYPc7zEm
— ANI (@ANI) June 17, 2021
10वीं कक्षा में प्रमुख 5 विषयों में से तीन विषयों के थ्योरी पेपर के परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे। पांच में से तीन विषय वे होंगे जिनमें स्टूडेंट का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा होगा। इसका वेटेज भी 30 फीसदी होगा। जबकि 11वीं कक्षा के फाइनल एग्जाम में सभी विषयों के थ्योरी पेपर की परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे। इसका वेटेज 30 फीसदी होगा।12वीं कक्षा में यूनिट टेस्ट, मिड टर्म और प्री-बोर्ड एग्जाम की परफॉर्मेंस के आधार पर मार्क्स मिलेंगे। इसका वेटेज 40 फीसदी होगा। सरकार और सीबीएसई का पक्ष रख रहे अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कोर्ट को बताया कि प्रत्येक स्कूल को तीनों परीक्षाओं में प्राप्त छात्रों के अंकों पर विचार करने के लिए एक परिणाम समिति बनानी होगी, जिसे सीबीएसई की मॉडरेशन कमेटी द्वारा जांचा जाएगा।
राज्य बोर्डों की परीक्षा रद्द करने के आग्रह वाली याचिका पर सुनवाई सोमवार को होगी। याचिकाकर्ताओं का पक्ष रख रहीं ममता शर्मा ने कहा कि सीबीएसई 12वीं कक्षा की मूल्यांकन स्कीम संतोषजनक है और हमें इस पर कोई आपत्ति नहीं है। जबकि काउंसिल फॉर दि इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस भी आईएससी (12वीं) के नतीजे 31 जुलाई तक जारी कर देगा। प्रैक्टिकल 100 मार्क्स का होगा और स्कूल द्वारा भेजे गए मार्क्स के आधार पर स्टूडेंट्स को अंक दिए जाएंगे। जो स्कूल अभी तक प्रैक्टिकल नहीं ले सके हैं, उन्हें ऑनलाइन प्रैक्टिकल टेस्ट और मौखिक एग्जाम लेने के लिए कहा गया है। स्कूलों को 28 जून तक इंटरनल असेसमेंट के मार्क्स बोर्ड को भेजने हैं।