नई दिल्ली। कोरोना महामारी का असर पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। इससे बचने के लिए देशों ने न सिर्फ अपनी सीमाओं को खोला बल्कि तमाम तरह के व्यवसायिक प्रतिष्ठान समेत दूसरे ऑफिस भी खोल दिए हैं। इसके बाद भी हर देश को इस बात की आशंका भी है कि इससे उसको नुसान भी उठाना पड़ सकता है। इससे बचने के लिए वैक्सीन पासपोर्ट का कंसेप्ट सामने आया है। दरअसल, ये एक डिजिटल दस्तावेज होता है जिसको आप अपना हेल्थ कार्ड भी कह सकते हैं। इसमें कोरोना वैक्सीनेशन से जु़ड़ी सभी जानकारी होंगी।
जैसे आपने कब वैक्सीनेशन करवाया है या नहीं। ये पूरी तरह से डिजिटल सर्टिफिकेट के तौर पर काम करता है। कोरोना वैक्सीन की डोज लेने वाले व्यक्ति पर ये ग्रीन पास के रूप में दिखाई देता है। इससे पता चलता है कि आप स्वस्थ्य हैं या नहीं। इसको जरूरत पड़ने पर आप होटल, रेस्तरां, होटल या अन्य किसी सार्वजनिक स्थान पर दिखा सकते हैं। इजरायल ऐसा पहला देश है जिसने इसकी शुरुआत की है। इजरायल में इसको दिखाने पर सार्वजनिक जगहों पर जाया जा सकता है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक थाईलैंड में भी इसकी शुरुआत जल्द हो सकती है। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन इसको कारगर नहीं मानता है।