पिछले कुछ सप्ताह से लगातार ट्रेन डीरेल से हादसे या फिर डीरेल की साजिशे नाकाम होने की खबरें आरही है। रेलवे प्रशासन और सुरक्षा बल कोई भी अप्रिय घटना न घटे इसके लिए चौकन्नी है फिर भी, हर रोज भारत के अलग अलग शहरों से ऐसी साजिशे पकड़ में आरही है। शनिवार को सूरत के कीम रेलवे स्टेशन के पास पटरी की फीश प्लेट और चाबियां निकाल कर रखी गयी थी रेलवे कर्मचारी की सूजबुझ से यहां हादसे को टाला गया था। वहीं इस बार कानपूर में फिर से रेल पटरी पर एलपीजी गैस सिलिंडर रखकर ट्रेन को उड़ाने की साजिश का वाक़िया सामने आया है।
दरसल कानपुर देहात के प्रेमपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक छोटा गैस सिलेंडर मिला है, जिसे टकराने के बाद बड़ा रेल हादसा हो सकता था। हालांकि, लोको पायलट की सूझबूझ के चलते हादसा टल सका, उसने ट्रैक पर सिलेंडर देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर गाड़ी रोकी और तुरंत रेलवे आई ओ डब्ल्यू को सूचना दी गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रविवार सुबह 5 बजे के करीब JTTN गुड्स ट्रेन कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी। दौरान जब प्रेमपुर स्टेशन पर लूप लाइन पर आई तो लोको पायलट को ड्राइवर सिग्नल से कुछ दूर पहले रेलवे ट्रैक पर कुछ नजर आया, पायलट ने तुरंत गाड़ी कर के इमरजेंसी ब्रेक लगा कर गाडी रोकी। जब नीचे उतरकर देखा तो ट्रैक पर छोटा सा एलपीजी गैस सिलेंडर पड़ा हुआ था। हैरान लोको पायलट ने त रेलवे पुलिस को घटना के बारे में अवगत कराया।
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घटना की जानकारी पाते ही रेलवे आई ओ डब्ल्यू, सुरक्षा बल सहित अन्य टीमें मौके पर जा पहुंचीं। गैस सिलेंडर को ट्रैक से हटाकर उसकी जांच की गई। जांच में पांच किलो का गैस सिलेंडर खाली मिला है। आपको बता दें इसी महीने के 8 सितंबर को कानपूर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन के ट्रैक पर भरे हुए सिलेंडर के साथ बारूद का थैला मिला था, जिसकी जांच एनआईए को सौंप दी गई है।
दौरान कानपूर में फिर एक बार रेलवे पटरी पर सिलिंडर रखकर ट्रेन डीरेल करने की साजिश को नाकाम किया गया है।