ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट्स ‘बीए-4’ और ‘बीए-5’BA के कारण देश के कुछ क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं| इसकी रोकथाम के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने और बूस्टर डोज लेने की सलाह दी है| ताकि कोरोना के नए वेरिएंट्स के खिलाफ ज्यादा बेहतर इम्युनिटी मिल सके | वही, भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से इसे हरी झंडी भी दी गयी है|
बायोलॉजिकल ई ने कोर्बेवैक्स के निर्माण में टेक्सास चिल्ड्रन हॉस्पिटल और बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के साथ गठबंधन किया था| तीसरे चरण के मानव परीक्षणों में कोर्बेवैक्स ने कोरोना के डेल्टा संस्करण के खिलाफ कोविशील्ड की तुलना में बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का प्रदर्शन किया| कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ इसका असर 80 प्रतिशत से अधिक पाया गया|