​​’कोर्बेवैक्स’ वैक्सीन को मंजूरी, डीसीजीआई ने दी हरी झंडी  ​

कोविड-19 वैक्सीन कोर्बेवैक्स को 18 साल और उससे अधिक आयु वाले लोगों के बूस्टर डोज के लिए मंजूरी दे दी गई है​|​​ वैक्सीन का निर्माण करने वाली बायोलॉजिकल ई ने इसकी जानकारी दी​|​​

​​’कोर्बेवैक्स’ वैक्सीन को मंजूरी, डीसीजीआई ने दी हरी झंडी  ​

ओमिक्रॉन वेरिएंट के सब वेरिएंट्स ‘बीए-4’ और ‘बीए-5’BA के कारण देश के कुछ क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं| इसकी रोकथाम के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कोविड वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने और बूस्टर डोज लेने की सलाह दी है| ताकि कोरोना के नए वेरिएंट्स के खिलाफ ज्यादा बेहतर इम्युनिटी मिल सके ​| वही, भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) से इसे हरी झंडी भी दी गयी है|

कोविड-19 वैक्सीन कोर्बेवैक्स को 18 साल और उससे अधिक आयु वाले लोगों के बूस्टर डोज के लिए मंजूरी दे दी गई है|​​ वैक्सीन का निर्माण करने वाली बायोलॉजिकल ई ने इसकी जानकारी दी|​​
इससे पहले ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने अप्रैल के आखिरी में 5 से 12 साल के बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स की इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए अनुमति दी थी|​​ सरकार के टीकाकरण कार्यक्रम के तहत इसकी कीमत 145 रुपए तय की गई|​ ​

बायोलॉजिकल ई ने कोर्बेवैक्स के निर्माण में टेक्सास चिल्ड्रन हॉस्पिटल और बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन के साथ गठबंधन किया था| तीसरे चरण के मानव परीक्षणों में कोर्बेवैक्स ने कोरोना के डेल्टा संस्करण के खिलाफ कोविशील्ड की तुलना में बेहतर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का प्रदर्शन किया|​ ​ कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ इसका असर 80 प्रतिशत से अधिक पाया गया|​ ​

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